बिहार में अब तेजी से मौसम बदल रहा है. शुक्रवार की सुबह आसमान में घना कोहरा छाया रहा. जिससे आम दिनचर्या पर इसका व्यापक असर पड़ा. सुबह 8 बजे तक कोहरा छाये रहने से यातायात पर भी असर पड़ा. वहीं, गुरुवार की सुबह के समय भी स्कूल, कॉलेज व कार्यालय जाने वाले लोगों को भी काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. हालांकि नौ बजे के बाद आसमान में धूप निकल गयी. जिससे फिर से दैनिक गतिविधियां सामान्य होती नजर आयी. लेकिन सुबह 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक आसमान में फिर से बादल छा जाने के कारण मौसम में उतार चढ़ाव बना रहा. बीच में कई बार हल्की धूप भी निकली लेकिन उससे किसी भी प्रकार की कोई राहत नहीं मिली. वहीं शाम होते ही एक बार फिर ठंड का असर बढ़ने लगा. लोगों का कहना है कि अब धीरे-धीरे मौसम गर्मी से ठंड की ओर जा रहा है.
छपरा के सरकारी बस स्टैंड से सुबह 6.10 व 7.00 बजे खुलने वाली बसें एक घंटे विलंब से चली. चुकि सुबह में कोहरा होने के कारण यात्री इन बसों से यात्रा करने के लिये निर्धारित समय पर नहीं पहुंचे. जिस कारण परिचालन में विलंब हुआ. वहीं सुबह 9 बजे व 10 बजे वाली बसों में काफी भीड़ रही. छपरा से पटना, सीवान, हाजीपुर, मुजफ्फरपुर व आरा जाने वाली बसों में सुबह के समय यात्री नदारद दिखे. बस स्टैंड पर मौजूद कंडक्टर व बस चालकों ने बताया कि जैसे-जैसे ठंड बढ़ेगी सुबह के बस खुलने में देरी होगी. वहीं कोहरा बढ़ते ही ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाली डेली सर्विस की बसों के परिचालन में भी देरी हो रही है.
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मौसम में तेजी से हो रहे बदलाव के कारण लोगों के स्वास्थ्य पर भी इसका प्रतिकूल असर देखने को मिल रहा है. ओपीडी में सामान्य दिनों के अपेक्षा मरीजों की संख्या बढ़ी है. पिछले एक सप्ताह में रोजाना चार से पांच सौ मरीज रजिस्ट्रेशन करा रहे है. जिसमें से अधिकतर वायरल की चपेट में आकर बीमार थे. वहीं गुरूवार को दोपहर एक बजे तक सात सौ मरीजों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया जो इस माह में सर्वाधिक आंकड़ा है. कुल रजिस्ट्रेशन कराने वालों में से 50 से 60 फीसदी सर्दी खासी व बुखार से पीड़ित थे. सदर अस्पताल के चिकित्सकों ने बताया कि पीड़ित मरीजों को उचित चिकित्सा उपलब्ध करायी जा रही है. वहीं सिजनल बीमारियों के लिये दवा काउंटर पर पर्याप्त दवाएं भी उपलब्ध करा दी गयी है.