Haridwar के ‘हरकी पौड़ी’ की तरह बिहार के समरिया घाट को विकसीत करने की तैयारी की जा रही है. इसके लिए ब्लूप्रिंट तैयार कर लिया गया है. बुधवार को नीतीश कुमार ने सिमरिया घाट का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने घाट के विकास के लिए तैयार ब्लूप्रिंट को देखा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा सिमरिया घाट के निरीक्षण के दौरान कहा है कि उसे बेहतर बनाने का इंतजाम हो रहा है. यहां पूजा-पाठ करने सहित अंतिम संस्कार करने वालों को भी सुविधा मिले, इसका इंतजाम किया जा रहा है. पूरा डिजाइन बना हुआ है. नीचे तक जाने, लोगों के बैठने, रुकने आदि की व्यवस्था की जायेगी. बाहर से आने वालों के लिए रास्ता और पार्किंग की व्यवस्था होगी. बाढ़ के समय आने वाले पानी को ध्यान में रखकर सभी निर्माण होगा. 2023 में लगने वाले अर्द्ध कुंभ को लगने से पहले सभी व्यवस्था के लिए प्रयास हो रहा है.
बेगूसराय के गंगा तट स्थित सिमरिया घाट का निरीक्षण किया तथा सिमरिया धाम में लगे राजकीय कल्पवास मेला- 2022 का भी भ्रमण किया। सिमरिया घाट पर नियमित रूप से गंगा आरती के आयोजन की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। (1/2) pic.twitter.com/9aXdvndm8g
— Nitish Kumar (@NitishKumar) November 9, 2022
घाट निर्माण का काम हुआ शुरू
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में सिमरिया घाट के विकास का काम शुरु किया गया. इससे पहले संवाददाताओं के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सिमरिया घाट मेले को राजकीय मेले का दर्जा दिया जा चुका है. बड़ी संख्या में यहां लोग आते हैं, लोगों को कोई दिक्कत नहीं हो, किसी तरह का नुकसान नहीं हो जाये. कुछ सुझाव देना था, इसीलिए देखकर सुझाव दिया है. उसके आधार पर निर्माण कार्य होंगे. इससे पहले मुख्यमंत्री ने निर्माण कार्यों की जानकारी ली. साथ ही वहां मौजूद साधुओं ने मुख्यमंत्री का फूल मालाओं से स्वागत किया. कार्यक्रम में वित्त सहित संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, जल संसाधन विभाग के सचिव संजय अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे. इसके साथ ही, बड़ी संख्या में लोग भी मौजूद थे. मुख्यमंत्री का स्वागत मौनी बाबा के पंडाल में पाग और चादर देकर किया गया.