पाकुड़ के कृषि उत्पादन बाजार समिति मैदान में सीएम हेमंत सोरेन ने बुधवार को ‘आपकी योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार’ कार्यक्रम की शुरुआत की. इस मौके पर उन्होंने कहा कि पिछली बार सरकार आपके द्वार कार्यक्रम का मुख्य फोकस बुजुर्गों, दिव्यांगों, विधवा एवं एकल महिलाओं को पेंशन से जोड़ना था. वहीं इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आने वाली पीढ़ी को मजबूत करना है. इसी के तहत सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना से नौ लाख बच्चियों को जोड़ने का काम किया जा रहा है. साथ ही कहा कि राज्य सरकार ऐसी योजनाएं बना रही हैं जिससे राज्य के होनहार बच्चे उच्चतर शिक्षा एवं प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी नि:शुल्क कर सकें. इसके साथ ही मुख्यमंत्री सारथी, स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड जैसी योजनाओं से भी उन्हें लाभान्वित कराने की योजना बनायी जा रही है. वैसे बच्चे जो बड़े कॉलेजों में दाखिला प्राप्त कर लेते हैं, उन्हें 15 लाख तक की सहायता राशि सरकार उपलब्ध कराएगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी योजनाएं ग्रामीण व्यवस्था को सुदृढ़ और जन कल्याण के लिए बनायी जा रही है. मुख्यमंत्री ने सभी मजदूरों, किसानों को श्रम विभाग के पोर्टल पर नामांकन कराने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा पोर्टल पर नियोजित मजदूरों के स्वास्थ्य, पेंशन, उनके बच्चों की छात्रवृत्ति, घटना में मृत्यु पर मुआवजा आदि कई लाभ देने का काम किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि ग्रामीण, बूढ़े-बुजुर्ग किसान जो पहले ब्लॉक का चक्कर लगाकर थक जाते थे, आज पदाधिकारी उनके गांव जाकर उन्हें सरकार की योजनाओं से लाभान्वित कराने का कार्य कर रही है. कहा कि आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में आठ लाख आवेदन आवास से संबंधित प्राप्त हुए थे. इसकी स्वीकृति के लिए केंद्र सरकार के पास भेजा गया था, लेकिन वहां से अभी तक कोई स्वीकृति प्राप्त नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अगर राज्य का 13 सौ करोड़ रुपए का बकाया दे देती, तो आज राज्य में किसी को आवास के लिए सोचना नहीं पड़ता.
मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने कहा कि मंत्री आलमगीर आलम ने मुझे पाकुड़ क्षेत्र में जूट उत्पादन को लेकर अपार संभावना की ओर ध्यान आकृष्ट किया है. इस ओर सरकार पहले से ही काम कर रही है और जूट उत्पादन के क्षेत्र में एक बड़ी परियोजना तैयार कर यहां की जनता को समर्पित करने का काम किया जाएगा, जिससे यहां के ग्रामीणों को आर्थिक रूप से संपन्न बनाया जा सके.
हुनर अभियान से ग्रामीण महिलाओं को बनाया जा रहा सशक्त
कार्यक्रम में विभिन्न विभाग के स्टॉल लगाए गए थे, जहां पदाधिकारियों द्वारा लोगों को जनकल्याकारी योजनओं से लाभान्वित कराया गया. इस अवसर पर पाकुड़ जिला प्रशासन द्वारा चलाये जाने वाले हुनर अभियान के बारे में भी जानकारी दी गयी. इस अभियान के तहत गांव की 1000 महिलाओं को रोजगार से जोड़कर उन्हें स्वावलंबी बनाने का काम किया जाएगा, जिससे उन्हें सशक्त एवं सक्षम बनाया जा सके. मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर जिला प्रशासन की स्मारिका पाकुड़ ‘आपकी योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार’ का विमोचन भी किया. जिला प्रशासन द्वारा यहां के स्थानीय कलाकार विनय घोष द्वारा बनाई गई मुख्यमंत्री एवं उनकी पत्नी की पेंटिंग से मुख्यमंत्री को सम्मानित किया गया.
कार्यक्रम में मख्यमंत्री ने कुल 545.074 करोड़ रुपये लागत की 27 योजनाओं का शिलान्यास किया, जिसमें खुशहाल बचपन कार्यक्रम के तहत 51 आंगनबाड़ी केंद्र, विभिन्न सड़कों पर उच्चस्तरीय पुल, ग्रामीण जलापूर्ति योजना, सहकारिता भवन एवं गोदाम, सड़कों का निर्माण एवं चेक डैम निर्माण जैसी महत्वपूर्ण योजनाएं शामिल हैं. वहीं, 21.003 करोड़ रुपये की 42 योजनाओं का उद्घाटन किया, जिसमें संस्कृति कला केंद्र भवन एवं अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति छात्रावास की मरम्मत, सरकारी आवास का निर्माण, पुल-पुलिया, छठ-घाट,तालाबों का सौंदर्यीकरण, पीसीसी पथ, खुला जिम, साइंस एंड टेक्नोलॉजी की लैबोरेट्री का निर्माण एवं ग्रामीण पथों का सुदृढ़ीकरण एवं निर्माण शामिल है. इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वार कुल 53,946 लाभुकों के बीच 158.355 करोड़ रुपये की परिसंपत्ति का वितरण किया गया.
कार्यक्रम में संसदीय कार्य एवं ग्रामीण विकास विभाग मंत्री आलमगीर आलम, श्रम रोजगार प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग मंत्री सत्यानंद भोक्ता, झारखंड विधानसभा सदस्य सह कार्यकारी अध्यक्ष 20 सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति झारखंड स्टीफन मरांडी, सांसद विजय हांसदा, विधायक लिट्टीपाड़ा दिनेश विलियम मरांडी, जिला परिषद अध्यक्ष जूली हेम्ब्रम, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, उपायुक्त पाकुड़ वरुण रंजन, पुलिस अधीक्षक हृदीप पी जनार्दनन समेत कई अधिकारी उपस्थित रहे.