Bareilly News: उत्तर प्रदेश की मैनपुरी लोकसभा सीट के उपचुनाव में सपा और भाजपा पिछड़ी जाति के उम्मीदवारों पर दांव लगाने की तैयारी में है. यहां से सपा पूर्व सांसद तेज प्रताप सिंह यादव “तेजू” का टिकट लगभग फाइनल कर चुकी है. जल्द घोषणा होने की उम्मीद है. यह सीट सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के 10 अक्टूबर को निधन के बाद खाली हुई थी.इसलिए सपा मुलायम की विरासत को हर कीमत पर जीत कर कायम रखने की कोशिश में है.
मैनपुरी लोकसभा सीट पर यादव जाति के बाद मौर्य शाक्य जाति के मतदाता सबसे अधिक हैं. इसलिए भाजपा भी पिछड़ी जाति के शाक्य जाति के उम्मीदवार को उतारने की तैयारी में है. भाजपा में मैनपुरी लोकसभा सीट पर शाक्य (मौर्य) जाति के पूर्व सांसद रघुराज सिंह शाक्य, विधायक ममता शाक्य, राहुल राठौर, तृप्ति शाक्य और प्रेम सिंह के नामों पर चर्चा चल रही है.
इसके साथ ही कांग्रेस और बसपा भी मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में कैंडिडेट उतारने की तैयारी में हैं. इसके लिए तलाश शुरू कर दी गई है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात कर मैनपुरी सीट पर कैंडिडेट को लेकर चर्चा करेंगे, तो वहीं बसपा को मजबूत प्रत्याशी की तलाश है. मगर, भाजपा यहां से काफी सोच समझकर प्रत्याशी उतार रही है. क्योंकि, भाजपा को इस सीट पर एक बार भी जीत नहीं मिली है.
2019 लोकसभा चुनाव में मुलायम सिंह यादव के खिलाफ भाजपा ने प्रेम सिंह शाक्य को चुनाव लड़ाया था. मुलायम को 5.24 लाख वोट मिले थे, जबकि शाक्य के खाते में 4.30 लाख वोट गए थे. इसलिए मैनपुरी में शाक्य बिरादरी के।प्रत्याशी पर भी दांव लगाने की तैयारी है.
यूपी की मैनपुरी संसदीय सीट में पांच विधानसभा आती हैं. इसमें जसवंतनगर, करहल, किशनी, मैनपुरी शहर और भोगांव हैं. इसमें जसवंत नगर से शिवपाल सिंह यादव, करहल से सपा प्रमुख अखिलेश यादव, किशनी से सपा के बृजेश सिंह विधायक हैं, जबकि मैनपुरी शहर सीट से जयवीर सिंह और भोगांव विधानसभा से रामनरेश अग्निहोत्री विधायक हैं.
मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव के लिए 10 नवम्बर को अधिसूचना जारी की जाएगी. इसके साथ ही नामांकन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. नामांकन की आखिरी तारीख 17 नवम्बर है. नाम वापस लेने की अन्तिम तारीख 21 नवम्बर है. पांच दिसम्बर को मतदान होगा. मतों की गिनती आठ दिसम्बर को होगी. इसी दिन हिमाचल और गुजरात चुनाव के नतीजे भी घोषित किए जाएंगे.
रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली