भारत और नेपाल के कई हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए. राष्ट्रीय विज्ञान केंद्र ने बुधवार की अहले सुबह जानकारी देते हुए बताया कि 6.3 की तीव्रता वाले इस भूकंप का केंद्र नेपाल था. बताते चले कि नेपाल के दोती जिले में भूंकप की तीव्रता ने 6 लोगों की जान ले ली. वहीं, राजधानी दिल्ली में रात लगभग करीब 1.57 बजे लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए, जिसके बाद से लोगों में डर का माहौल देखा गया.
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नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, नेपाल के सुदूर-पश्चिम क्षेत्र में पिछले 24 घंटों में तीन भूकंप के झटके दर्ज किए गए. भूकंप की गहराई जमीन से 10 किमी नीचे थी. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक नेपाल सेना को भूकंप प्रभावित इलाकों में तलाशी और बचाव अभियान के लिए भेजा गया है. वहीं, नेपाल के दोती जिले में कल रात भूकंप के बाद एक घर गिरने से 6 लोगों की मौत हो गई है. मृतकों में एक महिला और दो बच्चे होने की आशंका है.
भूकंप केंद्र के कार्यरत अधिकारियों के अनुसार, पृथ्वी के नीचे 7 प्लेट्स हैं. जो धीमी गती से लगातार एक अपने केंद्र पर घूमती है. हालांकि, कई दफा ऐसा होता है कि प्लेट्स घूमने के क्रम में एक दूसरे से टकराती है और प्लेट्स के कई कोने लगातार टकराने से मुड़ जाते हैं. इस क्रम में लगातार टकराने से कई प्लेट्स टूट जाती है, जिनसे एक ऊर्जा निकलती है. यहीं कारण है कि ऊर्जा बाहर निकलने के लिए अपना रास्ता घोजती है, जिससे हम भूकंप के रूप में देख पाते हैं. विशेषज्ञों के अनुसार, भूकंप की जांच के लिए रिक्टर स्केल का इस्तेमाल किया जाता है. वहीं, भूकंप को 1 से 9 तक आधार बनाकर मापा जा सकता है.
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार भारत में भूकंप का असर कई राज्यों में अधिक होता है. इन्हें भूकंप केंद्र ने 5 जोन में बांटा है, इनमें जोन 5 वाले इलाके में सबसे ज्यादा भूकंप महसूस किए जाते हैं. वहीं, जोन 2 और 3 सेफ जोन माना गया है. अगर राज्यों के क्रम में देखें, तो जोन 5 में कश्मीर, वेस्टर्न और सेंट्रल हिमालय, बिहार, गुजरात का कच्छ, अंदमान और निकोबार समूह शामिल है. वहीं. जोन चार में उत्तराखंड, उत्तरी पंजाब, जम्मू-कश्मीर, उत्तरी बंगाल, सुंदरबन, हिमाचल प्रदेश और बिहार के कुछ जिलें आते हैं.