Pollution News: दिल्ली में प्रदूषण की मार से लोगों का जीना मुहाल हो रहा है. यही हाल पंजाब के बठिंडा का भी है. बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण बठिंडा में लोगों को सांस लेने में भी परेशानी हो रही है. लोगों का कहना है कि प्रदूषण के कारण उनकी आंखों में जलन होने लगी है. बढ़ते प्रदूषण को लेकर स्थानीय लोगों का कहना है कि घर से बाहर निकलने का मन ही नहीं करता क्योंकि आंखों में जलन होती है. एक शख्स ने कहा कि बीते 15 दिनों से बच्चों का भी स्कूल जाना बंद हो गया है.
पंजाब: बठिंडा में बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण लोगों को सांस लेने और आंखों में जलन जैसी समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
एक स्थानीय ने बताया, "घर से बाहर निकलने का मन ही नहीं करता क्योंकि आंखों में जलन होती है। पिछले 15 दिनों से बच्चों का भी स्कूल जाना बंद हो गया है।" pic.twitter.com/L1ma8vEkFv
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 8, 2022
लगातार जलाई जा रही है पराली: पंजाब के कई इलाकों में प्रदूषण का लोग प्रकोप झेल रहे हैं. लेकिन पंजाब में किसानों का पराली जलाना लगातार जारी है. ऐसे में पर्यावरण में प्रदूषण का खतरा और बढ़ गया है. बीते साल की तुलना में पराली जलाने के मामले में बहुत ज्यादा इजाफा हुआ है. बीते महीने अक्टूबर के अंतिम दिन राज्य में पराली जलाने के 13 हजार से ज्यादा मामले सामने आये थे. इसके बाद भी पराली जलाने में कोई कमी नहीं आयी है.
दिल्ली-एनसीआर की हवा बेहद खराब: पंजाब में पराली जलाने से दिल्ली में भी पर्यावरण संकट गहरा गया है. दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में हवा का स्तर बेहद खराब श्रेणी में आ चुका है. लोगों को सांस लेने में भी तकलीफ हो रही है. आज यानी मंगलवार को दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) लगातार चौथे दिन बेहद खराब श्रेणी में दर्ज किया गया. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) द्वारा साझा किए गए आंकड़े के अनुसार न्यूनतम तापमान 17.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो इस मौसम में औसत से तीन डिग्री अधिक है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी में 24 घंटे का औसत एक्यूआई मंगलवार सुबह करीब सवा नौ बजे 348 था. इससे पहले रविवार को एक्यूआई 339 था जो सोमवार को बढ़कर 354 हो गया था. गौरतलब है कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को अच्छा होता है. वहीं 51 से 100 के बीच संतोषजनक, जबकि, 101 और 200 के बीच मध्यम और 201 और 300 के बीच खराब श्रेणी में आता है. वहीं, 301 और 400 के बीच बहुत खराब और 401 और 500 के बीच गंभीर श्रेणी में माना जाता है.
भाषा इनपुट के साथ