देशभर में मंगलवार को साल का आखिरी पूर्ण चंद्र ग्रहण नजर आया. चंद्र ग्रहण का नजारा झारखंड की राजधानी रांची समेत देश भर के ज्यादातर हिस्सों में दिखा. हालांकि बादल होने की वजह से कई जगहों पर लोग देर से ग्रहण का आलंद उठा पाये.
भारत में चंद्र ग्रहण शाम 5 बजकर 30 मिनट से शुरू हुआ और रात के 6 बजकर 20 मिनट तक रहा. देश के अलग-अलग हिस्सों से चंद्र ग्रहण की कई तस्वीरें हा रह हैं.
twitterभारत सहित संपूर्ण एशिया, ऑस्ट्रेलिया और शेष प्रशांत में भी चंद्र ग्रहण का नजारा दिखा. यह ग्रहण खास इसलिए है क्योंकि इसके बाद अगले तीन साल तक ऐसी कोई खगोलीय घटना नज़र नहीं आयेगी.
ग्रहण का नजारा बेहद शानदार था. चंद्रमा के ऊपर केवल एक उंगली की चौड़ाई जितना रिंग दिखाई दिया. पूर्ण चंद्रगहण लगभग एक से डेढ़ घंटे तक नजर आया. यह इस साल का दूसरा पूर्ण चंद्रग्रहण है, पहला मई में था और अगला 2025 तक नहीं होगा.
प्रख्यात खगोल वैज्ञानिक देवी प्रसाद दुआरी ने ग्रहण को प्राकृतिक खगोलीय घटनाओं के रूप में मानने और इससे जुड़े अंधविश्वासों पर विश्वास नहीं करने का आह्वान किया.
ग्रहण काल में कई तरह के कार्य वर्जित माने जाते हैं. भारत में लोग ग्रहण के दौरान न तो खाना खाते हैं और न ही पकाते हैं. कुछ लोग इस प्रकार की खगोलीय घटनाओं के दौरान अपने घर से बाहर भी नहीं निकलते हैं. कुछ लोगों का यह भी मानना है कि गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान अपने घरों से बाहर नहीं निकलना चाहिए.