Indian Railways के द्वारा छठ को देखते हुए सौ से ज्यादा पूजा स्पेशल ट्रेन चलाए जा रहे हैं. इसके बाद भी, मधुबनी से यात्रा करने वाले यात्रियों को कंफर्म टिकट के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. जिन लोगों ने आने-जाने का टिकट लिया उन्हें भी ठसम ठस भीड़ से दो चार होना पर रहा है. आलम यह है कि दिल्ली जाने ट्रेन के स्लीपर कोच में 22 दिसंबर व 3 एसी में 8 दिसंबर से कंफर्म टिकट मिलेगी. वहीं मुंबई जाने वाले यात्रियों को स्लीपर कोच में 21 दिसंबर तथा एसी कोच में 16 दिसंबर से कंफर्म टिकट उपलब्ध होगा.
स्टेशन के पीआरएस काउंटर से लगभग 450 यात्रियों का आरक्षित टिकट निर्गत किया जा रहा है. जिससे रेलवे को प्रतिदिन लगभग 3 लाख रुपए राजस्व मिलती है. वहीं अनारक्षित टिकट काउंटर से लगभग 2800 यात्रियों का टिकट काटा जा रहा है. जिससे रेलवे को प्रतिदिन लगभग 4 लाख 32 हजार 382 रुपए राजस्व प्राप्ति होती है. परदेस जाने वाले यात्रियों को स्वतंत्रता सेनानी सुपरफास्ट एक्सप्रेस के स्लीपर में 22 दिसंबर तथा एसी में 8 दिसंबर से कंफर्म टिकट मिलेगा. दरभंगा नई दिल्ली बिहार सम्पर्क क्रान्ति में स्लीपर में 22 दिसंबर तथा एसी में 13 दिसंबर से कंफर्म टिकट उपलब्ध होगा. इसके अलावा शहीद एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में 19 दिसंबर तथा एसी कोच में 14 दिसंबर से कंफर्म टिकट उपलब्ध होगा. जबकि गरीब रथ एक्सप्रेस में 19 दिसंबर से कंफर्म टिकट उपलब्ध होगा.
परदेस जाने वाले यात्रियों को जयनगर नई दिल्ली स्वतंत्रता सेनानी सुपरफास्ट एक्सप्रेस के स्लीपर में 22 दिसंबर तथा एसी में 8 दिसंबर से कंफर्म टिकट उपलब्ध होगा. दरभंगा नई दिल्ली बिहार संपर्क क्रांति सुपरफास्ट एक्सप्रेस में 22 दिसंबर व एसी में 13 दिसंबर से, जयनगर आनंद विहार गरीब रथ में 19 दिसंबर से कंफर्म टिकट उपलब्ध होगा. जयनगर एलटी पवन एक्सप्रेस के स्लीपर में 21 दिसंबर तथा एसी में 16 दिसंबर से कंफर्म टिकट उपलब्ध होगा. जयनगर अमृतसर शहीद एक्सप्रेस के स्लीपर में 19 दिसंबर तथा एसी में 16 दिसंबर से कंफर्म टिकट उपलब्ध होगा.
स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे द्वारा लंबे समय के बाद दो आरक्षण काउंटर चालू किया गया है. जिसमें काउंटर नंबर 1 पर दिव्यांग, महिला, बूजुर्ग एवं गंभीर रूप से ग्रस्त मरीजों को विशेष सुविधा उपलब्ध कराया जाता है. कांउटर नंबर 1 सोमवार से शनिवार को सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक संचालित होता है. जिससे कि यात्रियों को परेशानी नहीं हो. रेलवे सूत्रों की माने तो प्रतिदिन दोनों आरक्षण काउंटर से लगभग 450 यात्रियों का आरक्षित टिकट निर्गत किया जाता है. जिससे रेलवे को प्रतिदिन 3 लाख रुपए का राजस्व प्राप्त होता है. जबकि अनारक्षित टिकट काउंटर से प्रतिदिन 2800 यात्रियों का टिकट निर्गत किया जाता है. जिससे रेलवे को प्रतिदिन 4 लाख 32 हजार रुपए राजस्व प्राप्त होता है.