बिहार उपचुनाव में एक सीट भाजपा तो एक सीट राजद के खाते में रही. इस उपचुनाव परिणाम में भाजपा और राजद दोनों के लिए खुशखबरी है. गोपालगंज तेजस्वी यादव का गृह जिला है. यहां सीट निकालने के लिए उन्होंने अपनी पूरी ताकत लगा दी लेकिन राजद की जीत हासिल नहीं कर सके. हालाकि गोपालगंज में राजद के लिए खुश होने की वजह भी इस परिणाम में है. ये परिणाम क्यों खास रहा, जानिये…
गोपालगंज उपचुनाव 2022 में भाजपा की कुसुम देवी ने राजद के मोहन प्रसाद गुप्ता को सीधे मुकाबले में हरा दिया. भाजपा को गोपालगंज में 1794 वोटों से जीत मिली. गोपालगंज लालू यादव का गृह जिला है. तेजस्वी यादव ने उपमुख्यमंत्री बनने के बाद गोपालगंज में आरजेडी को जीत दिलाने के मक्सद से काफी मेहनत किये. गोपालगंज में मेडिकल कॉलेज की घोषणा का फायदा भी चुनाव में खोजा जा रहा था. राजद को यहां जीत तो नहीं मिली लेकिन परिणाम से काफी राहत जरुर मिली होगी.
गोपालगंज में सबसे अधिक मुस्लिम मतदाता हैं. राजद के कैडर वोटर माने जाने वाले यादव समुदाय भी बड़ी और निर्णायक तादाद में यहां हैं. यहां MY समीकरण के अधिकतर वोटर महागठबंधन से दूर हो चुके थे. पिछले चुनाव में भी जब कांग्रेस उम्मीदवार खड़ा हुआ तो बसपा की ओर साधु यादव के पक्ष में अधिकतर वोटर खिसक गये थे. अब उपचुनाव में हार-जीत का मामूली अंतर बताता है कि ये वोटर बड़ी तादाद में राजद की ओर शिफ्ट हुए हैं.
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तेजस्वी यादव माय समीकरण को यहां बहुत हद तक साधने में सफल रहे. हालाकि इसकी मदद से जीत हासिल नहीं कर सके. गोपालगंज में मुस्लिम वोटरों ने ओवैसी की पार्टी AIMIM को भी वोट किया. प्रत्याशी अब्दुल सलाम को यहां 12,212 वोट मिले. कहीं न कहीं राजद की हार में इन वोटरों की भी बड़ी भूमिका रही. लेकिन जो परिणाम आया है उससे राजद के लिए आगे बड़ी उम्मीदें रहेंगी.