गया: अस्पतालों में स्थिति सुधार के लिए उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने 60 दिनों का समय दिया था, जो सोवार को पूरा हो रहा है. इस बीच अस्पतालों में बेहतर व्यवस्था के लिए कई तरह के काम शुरू किये गये. जिला अस्पताल में बाहर से देखने पर लगता है कि मंत्री के निर्देश के बाद सही में काम किये गये हैं. अस्पताल की ओर से गुजरने वाला हर कोई एक नजर इस बदलाव को जरूर देखता है. ऐसे जिले के मगध मेडिकल अस्पताल में भी अंदर बाहर काम किये गये हैं.
जेपीएन अस्पताल में टनकुप्पा से आये रामजी रजक कहते हैं कि अस्पताल में हाल के दिनों में यहां विभिन्न परिजन को दिखाने कई बार पहुंचे. यहां स्टाफ, डॉक्टर व अन्य का व्यवहार भी मधुर हो गया है. इलाज भी कराने में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होती है. इधर, कुछ स्तर पर बदलाव मगध मेडिकल में दिख रहा है. लेकिन, यहां पर और काम करने की जरूरत है. दो बजे के बाद वार्डों में डॉक्टर उपलब्ध नहीं रहते हैं. इस कारण वार्ड में किसी प्रकार की जरूरत पड़ने पर इमरजेंसी में मरीज को भेजना पड़ता है.
उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने जिला अस्पतालों से लेकर मेडिकल कॉलेजों में साफ-सफाई, रंग रोगन की चकाचक व्यवस्था, शौचालय की समुचित व्यवस्था, दवा काउंटर और अधिक करने, सभी तरह की जांच की सेंटरलाइज व्यवस्था, 24 घंटे पेयजल की व्यवस्था, हेल्प डेस्क पर समुचित तौर पर स्टाफ, शिकायत काउंटर की स्थापना के निर्देश दिये थे. विगत कई दिनों से प्रदेश की टीम भी मॉनीटरिंग कर रही है.
सिविल सर्जन डॉ. रंजन कुमार सिंह ने कहा कि अस्पताल में बेहतर व्यवस्था के लिए हर संभव प्रयास किये गये हैं. अस्पताल में सरकार का ध्येय है कि मरीज को आराम से इलाज की सुविधा उपलब्ध हो. जेपीएन अस्पताल व जिले के अन्य अस्पतालों में व्यवस्था में सुधार किया गया है. जेपीएन में समय पर डॉक्टर व कर्मचारी आने लगे हैं. मरीजों की संख्या भी सुविधा मिलने पर बढ़ी है.