भागलपुर: विक्रमशिला सेतु के समानांतर पुल का निर्माण के लिए चयनित एजेंसी एसपी सिंघला को सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय, नयी दिल्ली से लेटर ऑफ अवार्ड दिया जा चुका है. अब एग्रीमेंट होगा. यह प्रक्रिया एक सप्ताह में पूरी होगी. इसके बाद समानांतर पुल निर्माण का कार्य शुरू हो जायेगा. यह पुल विक्रमशिला सेतु से 50 मीटर दूर पूरब में बरारी से बनेगा. पुल का निर्माण इंजीनियरिंग प्रॉक्यूरमेंट कंस्ट्रक्शन (इपीसी) मोड में होगा. यानी, चयनित ठेका एजेंसी को ही इंजीनियरिंग, डिजाइनिंग व कंस्ट्रक्शन करना होगा. समानांतर पुल का निर्माण 994.31 करोड़ रुपये की लागत से होगा. दोबारा टेंडर जुलाई में एसपी सिंघला के नाम से फाइनल हुआ है.
चयनित एजेंसी को 1460 दिनों में यानी चार साल में पुल बना कर तैयार करना होगा. इसके अगले 10 साल तक मेंटेनेंस की जिम्मेदारी एजेंसी की होगी.
पहले की तरह ही समानांतर पुल की चौड़ाई 29 मीटर, लंबाई 4.455 किलोमीटर होगी. यानी, किमी 8.920 से किमी 13.375 के बीच बनने वाले इस पुल का अप्रोच गंगा नदी के उत्तर नवगछिया की ओर 875 मीटर और दक्षिण भागलपुर की ओर 987 मीटर होगा. यह नव घोषित एनएच 131बी (नवगछिया टू हंसडीहा हाइवे) पर गंगा नदी पर बनेगा.
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सप्ताह भर में चयनित एजेंसी का होगा एग्रीमेंट
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विक्रमशिला सेतु से 50 मीटर पूरब बनेगा पुल
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एजेंसी को चार साल में पुल बनाकर करना होगा तैयार
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पुल बनने के बाद अगले 10 साल तक एजेंसी को ही करते रहना होगा मेंटेनेंस
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994.31 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा पुल
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2026 तक पुल निर्माण का निर्धारित किया गया है लक्ष्य
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4.455 किलोमीटर लंबा होगा समानांतर पुल
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68 पाये वाले इस पुल के दोनों ओर फुटपाथ होगा
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समानांतर पुल निर्माण का कार्य कंसल्टेंसी करेगी. कंसल्टेंसी एजेंसी के लिए एसए इंफ्रास्ट्रक्चर कंस्टेंट प्राइवेट लिमिटेड का चयन मिनिस्ट्री स्तर से की गयी है. हालांकि, इसके लिए कंसल्टेंट चैतन्या प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड, दोहवा इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड, हेक्सा कंपनी, एसए इंफ्रास्ट्रक्चर कंस्टेंट प्राइवेट लिमिटेड, स्टूप कंसल्टेंट प्राइवेट लिमिटेड व साइस्तरा कंपनी ने टेंडर भरा था. टेक्निकल बिड में चैतन्य, दोहवा व हेक्सा छंट गया था. बाकी के तीन एजेंसियों में सबसे कम बिड रेट करीब 38.15 करोड़ रुपये एसए इंफ्रास्ट्रक्चर कंसटेंट प्राइवेट लिमिटेड का रहने से उनका चयन कर लिया गया है.
नये फोरलेन पुल बनने से 21 साल पुराने विक्रमशिला सेतु पर वाहनों का दबाव कम होगा. साथ ही इस पुल की आयु भी बढ़ जायेगी. जाम की समस्या से लोगों को निजात मिलेगी. वर्तमान में खगडिय़ा, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया, किशनगंज, कटिहार, अररिया, भागलपुर, बांका सहित झारखंड व बंगाल के रास्ते आने-जाने वाली गाड़ियों का विक्रमशिला सेतु से आवागमन हो रहा है. लोगों को जाम की समस्या से जूझना पड़ रहा है.
समानांतर पुल का निर्माण के लिए चयनित एजेंसी को लेटर ऑफ अवार्ड जारी किया गया है. एजेंसी के साथ अब कांट्रैक्ट होना है. यह प्रक्रिया भी पूरी कर ली जायेगी. इसके बाद निर्माण का कार्य शुरू हो जायेगा- अभिनव कुमार, एग्जिक्यूटिव इंजीनियर, मोर्थ