Lucknow News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शत्रु संपत्ति से अतिक्रमण हटाने और निगरानी, सुरक्षा और प्रबंधन के लिए शासन स्तर पर होगी नोडल अधिकारी की तैनाती के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही उन्होंने हर जिले में साइबर क्राइम थाना स्थापित करने के निर्देश दिए हैं.
उन्होंने कहा कि, प्रदेश के विभिन्न जनपदों में स्थित शत्रु संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी आवश्यक है. कतिपय स्थानों पर अतिक्रमण की भी सूचना है. ऐसे में सभी शत्रु संपत्तियों की अद्यतन स्थिति की रिपोर्ट तैयार की जाए. इन्हें अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिए गृह विभाग की निगरानी में प्रदेशव्यापी कार्रवाई शुरू की जाए. शत्रु संपत्ति की सुरक्षा, निगरानी व प्रबंधन के लिए प्रमुख सचिव स्तर के अधिकारी को नोडल अधिकारी के रूप में तैनात किया जाए.
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने कहा कि, अन्तरराज्यीय/अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित गांवों को ‘वाइब्रेंट’ बनाने के लिए हमें नियोजित प्रयास करने की आवश्यकता है. सीमावर्ती गांवों/जनपदों की सांस्कृतिक/ऐतिहासिक विरासतों की बेहतर ब्रांडिंग करते हुए यहां पर्यटन विकास की संभावनाओं को आकार दिया जाना चाहिए. स्कूली बच्चों, एनसीसी, एनएसएस के कैडेट/स्वयंसेवकों को इन क्षेत्रों का भ्रमण कराये जाना चाहिए. इन क्षेत्रों में निवासरत सेवानिवृत्त सैन्य कर्मियों/अर्धसैनिक बलों के जवानों को ‘सरहद के सिपाही’ के रूप में पहचान देते हुए यहां की व्यवस्था को सुचारू रखने में आवश्यकतानुसार सहयोग लिया जाना भी उचित होगा.
प्रदेश के महत्त्वपूर्ण सरकारी और निजी भवनों, औद्योगिक प्रतिष्ठानों, धर्म स्थलों, तीर्थ स्थानों, न्यायालयों, मेट्रो रेल आदि की पुख्ता सुरक्षा के लिए ‘उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल’ का गठन किया गया है. केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल की तर्ज पर यूपीएसएसएफ को और सशक्त और प्रोफेशनल बनाए जाने की आवश्यकता है. इस सम्बंध में गृह विभाग द्वारा आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि, प्रदेश में मादक पदार्थों के अवैध निर्माण, खरीद-फ़रोख़्त और ड्रग ट्रैफिकिंग के विरुद्ध अभियान को और तेज करने की आवश्यकता है. इस दृष्टि से संवेदनशील जिलों में सतर्कता और इंटेलिजेंस को और बेहतर करना होगा. अंतरराज्यीय व अंतरराष्ट्रीय सीमा पर चौकसी बढ़ाई जाए. ड्रग माफिया के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित की जाए.