Prayagraj News: उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में डेंगू के बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है. इस बीच प्रयागराज में डेंगू के संक्रमण (Dengue infection) को लेकर गुरुवार को जनहित याचिका पर सुनवाई की गयी. इस दौरान कोर्ट ने डेंगू के नियंत्रण को लेकर किए गए कार्यों पर असंतोष जताया है.
कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई के दौरान कहा कि, जमीनी हकीकत बताए गये प्रयासों से बिलकुल विपरीत है. कुछ प्रतिरोधक उपाय होता दिखाई नहीं दे रहा. इस दौरान, नगर निगम के अधिवक्ता एस डी कौटिल्य ने कहा फॉगिंग का कार्य चल रहा है, लेकिन इसका कोई असर होता नजर नहीं हो रहा है. उन्होंने बताया कि, इससे फेफड़े, हृदय, लीवर और किडनी तक प्रभावित हो रहे हैं. कोर्ट ने सुनवाई के दौरान संबंधित अधिकारियों को हाजिर होने का निर्देश दिया है.
याची अधिवक्ता ने सुनवाई के दौरान कहा कि, नगर निगम को उम्मीद है कि सर्दियों आते ही बीमारी खत्म हो सकती है. मामला तब गंभीर हो गया, जब नगर निगम के अधिवक्ता ने बचाव में कहा जनता का सहयोग नहीं मिल रहा. इस पर कोर्ट ने कहा निगम की ड्यूटी है कि वह नगर साफ सुथरा रखे. बार एसोसिएशन के अध्यक्ष आर के ओझा ने बताया कि, डेंगू की चपेट में आने के कारण सात वकीलों की मौत हो चुकी है, जबकि 100 वकील बीमार हैं.