ईडी द्वारा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को समन भेजे जाने के बाद झामुमो के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा : जो करना है कर लें. हम किसी से डरनेवाले नहीं हैं. शिबू सोरेन का बेटा है, किसी से डरेगा नहीं. खनिज हमारा, जमीन हमारी, फुटानी तुम्हारी नहीं चलेगी, जेएमएम किसी की हुड़की से डरनेवाला नहीं है. साजिश अब खुल कर सामने आ गयी है. श्री भट्टाचार्य ने कहा : 2019 के जनादेश का अतिक्रमण करना विपक्ष चाह रहा है.
ईडी के माध्यम से एक चुनी हुई सरकार को डिस्टर्ब किया जा रहा है. इससे झामुमो कार्यकर्ताओं में जबरदस्त आक्रोश है. बहुत जल्द साजिश करनेवाले झामुमो को उसी पुराने तेवर में देखेंगे. जो चार दशक तक झामुमो झारखंड आंदोलन के दौरान करता रहा. कार्यकर्ता अब सड़क से सदन तक नजर आयेंगे. हम इतनी जल्दी हार मानने वालों में से नहीं हैं. हम बतायेंगे कि उन्होंने गलत नंबर डायल किया है.
श्री भट्टाचार्य झामुमो केंद्रीय कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि चुनी हुई सरकार को अपदस्थ करने के लिए 2020 में ही साजिश रची गयी. माइनिंग लीज मामले में भारत निर्वाचन आयोग के भेजे मंतव्य को पहले तो राज्यपाल तीन माह तक सार्वजनिक नहीं करते, फिर कहते हैं कि वे आयोग से सेकेंड ओपिनियन मांग रहे हैं. साफ है कि आयोग स्वायत्त नहीं रह गया है. अगर रहता तो आज यह स्थिति नहीं बनती. राज्यपाल पर श्री भट्टाचार्य ने कहा कि वे चुनाव आयोग के मंतव्य को सार्वजनिक तो नहीं किये.
हां, रांची से दूर और नागपुर से नजदीक रायपुर में जाकर बोलते हैं कि वे चुनाव आयोग से सेकेंड ओपिनियन ले रहे हैं. सभी जानते हैं कि सेकेंड ओपिनियन किसके इशारे पर लिया गया है. एक नैरेटिव चला है कि मुख्यमंत्री को बर्खास्त किया जा सकता है, या उन्हें डिबार किया जा सकता है. देखा जाये, तो सेकेंड ओपिनियन इसी के लिए लिया जा रहा है. क्या चुनाव आयोग अपने पहले के आदेश को बदल सकता है या राज्यपाल चुनाव आयोग के ओपिनियन को बाईपास करके कहां से ओपिनियन लेंगे. क्या भाजपा मुख्यालय से सेकेंड ओपिनियन मांगा गया है. राज्यपाल द्वारा कहा गया कि एटम बम फूटेगा, उन्हें बताना पड़ेगा कि एटम बम क्या है.
तीन नवंबर को ईडी के पास जाने के मामले में श्री भट्टाचार्य ने कहा कि मुख्यमंत्री को अगर समन आया है, तो विधि विशेषज्ञ से परामर्श के बाद जाने या नहीं जाने का फैसला लेंगे.
पत्रकारों ने जब पूछा कि पंकज मिश्रा, दाहु यादव, प्रेम प्रकाश के साथ क्या मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का कोई संबंध है. इस पर सुप्रियो ने कहा कि पंकज मिश्रा को छोड़ कर हम किसी को नहीं जानते. जब उनसे पूछा गया कि आप मुख्यमंत्री का बचाव कर रहे हैं. इस पर सुप्रियो ने कहा कि मुख्यमंत्री को नहीं अपने कार्यकारी अध्यक्ष और सरकार को डिफेंड कर रहा हूं, क्योंकि चुनाव में जनादेश झामुमो को मिला है.
श्री भट्टाचार्य ने बाबूलाल मरांडी और एक सांसद इडी चला रहे हैं. ईडी कार्रवाई करे, वो स्वतंत्र है, पर किसी सरकार को अपदस्थ करने की साजिश में शामिल न हो. अमित अग्रवाल के फोटो के सवाल पर उन्होंने कहा कि किसी का भी फोटो किसी के साथ हो सकता है.