बिहार में करीब 430 किमी लंबे नौ एसएच की चौड़ाई बढ़ाने का काम अगले साल शुरू हो जायेगा. इन सभी सड़कों को 2025 तक बेहतर बनाने की समय सीमा तय की गयी है. इन सड़कों के चौड़ीकरण से सीधे तौर पर करीब 13 जिलों में यातायात की सुविधा बेहतर होगी. इनमें सुपौल, अररिया, सारण, सीवान, बक्सर, नवादा, गया, भोजपुर, मधुबनी, सीतामढ़ी, बांका, भागलपुर और मुजफ्फरपुर जिले शामिल हैं.
सूत्रों के अनुसार सभी नौ एसएच की चौड़ाई बढ़ाने में एशियन डेवलपमेंट बैंक की तरफ से ऋण के रूप में आर्थिक मदद मिलेगी. फिलहाल इन सड़कों की औसतन चौड़ाई करीब पांच मीटर है, उसे बढ़ाकर सात मीटर किया जायेगा. इन सभी सड़कों का निर्माण बिहार राज्य सड़क विकास निगम लिमिटेड की देखरेख में किया जायेगा. फिलहाल, इनके लिए विभिन्न स्तरों पर मंजूरी का इंतजार है. नये साल की शुरुआत में निर्माण एजेंसी का चयन टेंडर के माध्यम से किया जायेगा. इसके बाद निर्माण कार्य शुरू होगा.
सूत्रों के अनुसार सुपौल और अररिया जिले में करीब 53 किमी लंबी सड़क (एसएच-92) की चौड़ाई गणपतगंज से परवा पथ तक बढ़ायी जायेगी. इसके साथ ही सारण और सीवान जिले में करीब 71.6 किमी लंबी मांझी-दरौली गुठनी सड़क की चौड़ाई बढ़ायी जायेगी. वहीं बक्सर जिले में ब्रह्मपुर-कुरानसराय-इतारही-उजियारपुर सड़क और अधिक चौड़ी हो जायेगी. इसी तरह नवादा और गया जिले में एनएच-82 वनगंगा-जेठियन-गहलोर-भिंडस (करीब 41.6 किमी लंबाी) सड़क की चौड़ाई बढ़ायी जायेगी.
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वहीं, भाेजपुर जिले में करीब 32 किलोमीटर लंबी आरा-एकौना-खैरा सहार सड़क भी चौड़ी हो जायेगी. मधुबनी जिले में करीब 41.1 किमी लंबी मधुबनी-राजनगर-बाबूबरही-खुटौना सड़क को भी चौड़ा किया जायेगा. इसी तरह सीतामढ़ी और मधुबनी जिले में करीब 51.35 किमी लंबी सीतामढ़ी-पुपरी-बेनीपट्टी सड़क की चौड़ाई बढ़ायी जायेगी. इसके साथ ही बांका और भागलपुर जिले में करीब 58 किमी लंबी धौरैया-इंग्लिश मोड़-असरगंज सड़क की चौड़ाई बढ़ेगी. मुजफ्फरपुर जिले में आथर-बभनगांवा के बीच बागमती नदी पर उच्चस्तरीय पुल और एप्रोच रोड बनाया जायेगा.