Chhath puja kharna vidhi: छठ महापर्व पर सुरक्षा एवं विधि-व्यवस्था को लेकर बिहार पुलिस स्तैद है. इस मौके पर पुलिस मुख्यालय ने बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस की 36 और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की चार अतिरिक्त कंपनियों को जिलों में तैनात किया है. इसके साथ ही बड़ी संख्या में अतिरिक्त पुलिस पदाधिकारी, सिपाही व होमगार्ड भी भीड़ नियंत्रण में लगाये गये हैं.
एडीजी (मुख्यालय) जितेंद्र सिंह गंगवार ने शुक्रवार को बताया कि छठ के मौके पर केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल से जुड़ी रैपिड एक्शन फोर्स की दो और एसएसबी की दो टुकड़ियों को तैनात किया गया है. इसके अलावा होमगार्ड के 3000 जवान और घुड़सवार दस्ता के पांच ट्रूप भी जिलों को भेजे गये हैं. उन्होंने बताया कि राजधानी पटना और देव (औरंगाबाद) में छठ पर्व पर होने वाली भीड़ को ध्यान में रखते हुए पटना में अलग से 30 डीएसपी और देव में छह डीएसपी की तैनाती की गयी है.
इसके अलावे ट्रेनिंग ले रहे 2199 दरोगा भी विधि-व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालेंगे. इसके अलावा 4165 हवलदार-सिपाही, 155 दरोगा- एएसआइ तथा 18 इंस्पेक्टर रैंक के अफसर भी मुख्यालय से जिलों को भेजे गये हैं.
छठ पर्व के दौरान संभावित आपदा की रोकथाम के लिए घाटों पर राज्य में एनडीआरएफ -एसडीआरएफ और सिविल डिफेंस के 1500 से अधिक जवानों की तैनाती की गयी है. आपदा प्रबंधन विभाग के निर्देश पर सभी जिलों के यह तैनाती हुई है. वहीं, 44 क्वीक रिस्पांस टीम और सभी जिलों में एक -एक कंट्रोल रूम बनाया गया है, ताकि घाट पर आने वाले व्रतियों और श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी नहीं हो. यह टीम एक साथ रहेगी और एक दूसरे का सहयोग करते हुए काम करेगी, ताकि किसी भी आपदा में यह आराम से काम कर सकें. राज्यभर में छठ घाटों पर तैनात सभी अधिकारी व जवान जिला कंट्रोल रूम से कनेक्ट रहेंगे.
एडीजी मुख्यालय ने बताया कि छठ महापर्व को लेकर जिलों में सुरक्षा एवं विधि- व्यवस्था की पूरी जिम्मेदारी संबंधित डीएम-एसपी की होगी. इसके लिए उनके स्तर पर फोर्स की तैनाती, घाटों की व्यवस्था, ट्रैफिक, नाव गश्ती, वाच टावर, मेडिकल इमरजेंसी सहित तमाम व्यवस्थाएं की जा रही हैं. इसको लेकर सभी डीएम-एसपी ने ज्वाइंट ऑर्डर भी निकाला है.