Agra News: ताजनगरी के थाना एत्माद्दौला में तैनात एक दरोगा पर दहेज उत्पीड़न और जानलेवा हमले के मामले में धारा हटाने को लेकर बड़ी रिश्वत लेने का आरोप लगा. हालांकि, दरोगा ने रिश्वत लेने के बाद वादी का काम पूरा कर दिया लेकिन प्रतिवादी को थाने बुलाने पर मामला खुल गया. इसके बाद पीड़ित ने एसएसपी से दरोगा द्वारा रिश्वत लेने की शिकायत की तो एसएसपी ने क्षेत्राधिकारी से जांच कराई जिसमें दोषी पाए जाने पर दरोगा के ऊपर मुकदमा दर्ज कर दिया है. इसके बाद से दरोगा 5 दिन से फरार है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, एत्माद्दौला क्षेत्र की खुशबू ने दिनांक 2022 को अपने पति संजय, ससुर रणवीर और सास शिवकुमारी के खिलाफ अभियोग पंजीकृत कराया था जिसमें दहेज उत्पीड़न, जानलेवा हमला, आपराधिक साजिश कराने का आरोप लगाया था. मुकदमे की विवेचना एसआई मनवीर सिंह कर रहे थे. इसमें एसआई ने जानलेवा हमला और गर्भपात कराने की धारा हटाकर दहेज उत्पीड़न की धारा में चार्जशीट लगा दी.
जानलेवा हमला और गर्भपात कराने की धारा हटाने के लिए दरोगा ने संजय से करीब 50 हजार की रिश्वत ली और पीड़ित का काम भी पूरा कर दिया. मगर दरोगा ने 41 सीआरपीसी का नोटिस तामील कराने के लिए संजय को थाने बुलाया. संजय के साथ आए हुए एक व्यक्ति ने दरोगा से बात करते हुए वीडियो बना ली. जब दरोगा को इस बारे में पता चला तो उसने संजय और उसके साथी को खूब खरी खोटी सुनाई और वीडियो को डिलीट करा दिया. इस बात से खफा होकर संजय ने एसएसपी से दरोगा द्वारा रिश्वत लेने की शिकायत कर दी.
प्रतिवादी संजय की शिकायत के आधार पर एसएसपी ने सीओ छत्ता से मामले की जांच कराई. इसमें दरोगा द्वारा 50 हजार लेने की पुष्टि हो गई. इसके बाद एसएसपी के आदेश पर गुरुवार को एत्माद्दौला थाने में एसआई मनवीर सिंह के विरुद्ध चौथ मांगने गाली गलौज और धमकी देने की धाराओं में अभियोग लिखा गया. दरोगा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा भी लगाई गई.
रिपोर्ट : राघवेंद्र गहलोत