मल्लिकार्जुन खरगे ने कांग्रेस अध्यक्ष पद का कार्यभार बुधवार को संभाल लिया. पद संभालते ही खरगे एक्शन में नजर आये. उन्होंने संचालन समिति का गठन किया है, जो कांग्रेस कार्य समिति के स्थान पर कार्य करेगी.
कांग्रेस संचालन समिति में सोनिया-राहुल शामिल, शशि थरूर की अनदेखी
मल्लिकाजुर्न खरगे ने पद संभालते ही जो संचालन समिति का गठन किया है, उसमें उन्होंने के पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी को शामिल किया है. इसके साथ ही इस समिति में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भी शामिल किया है. संचालन समिति में 47 नेताओं को स्थान दिया गया है. हालांकि संचालन समिति में शशि थरूर की अनदेखी की गयी है. मालूम हो शशि थरूर कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में उनके प्रतिद्वंद्वी थे.
The Congress president Mallikarjun Kharge has constituted the Steering Committee which would function in place of the Congress Working Committee.
Senior party leaders including former PM Manmohan Singh, Sonia Gandhi, Rahul Gandhi and others are the members of the Committee. pic.twitter.com/pbAQrlecZE
— ANI (@ANI) October 26, 2022
संचालन समिति में झारखंड से डॉ अजय कुमार का भी नाम
कांग्रेस के नये अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा गठित संचालन समिति में प्रियंका गांधी, ए के एंटनी, अंबिका सोनी, आनंद शर्मा, के सी वेणुगोपाल, रणदीप सुरजेवाला को भी शामिल किया गया है. इस समिति में झारखंड के कांग्रेसी नेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय कुमार को भी जगह दी गयी है.
अध्यक्ष पद संभालते ही नरेंद्र मोदी सरकार पर बोला हमला
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने पार्टी अध्यक्ष का औपचारिक रूप से कार्यभार संभालते ही केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोला. उन्होंने कहा, पार्टी मौजूदा सरकार की झूठ एवं नफरत की व्यवस्था को ध्वस्त करेगी. 24 साल बाद गांधी परिवार से बाहर का कोई नेता कांग्रेस का अध्यक्ष बना है. सोनिया गांधी ने खरगे को पार्टी की बागडोर सौंपते हुए कहा, परिवर्तन संसार का नियम है. आज, मैं इस दायित्व से मुक्त हो जाऊंगी और यह भार मेरे सिर से उतर जाएगा और इसलिए राहत महसूस कर रही हूं.
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में खरगे को मिली थी शानदार जीत
दलित समुदाय से ताल्लुक रखने वाले 80 वर्षीय खरगे ने 17 अक्टूबर को हुए ऐतिहासिक चुनाव में अपने प्रतिद्वंद्वी 66 वर्षीय शशि थरूर को मात दी थी. पार्टी के 137 साल के इतिहास में छठी बार अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुआ था. खरगे ने ऐसे समय में कार्यभार संभाला है जब पार्टी प्रासंगिकता बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रही है. कांग्रेस अभी अपने दम पर सिर्फ दो राज्यों में सत्ता में है और तत्काल उसे हिमाचल प्रदेश और गुजरात में विधानसभा चुनाव में मैदान में उतरना है.