Himachal Pradesh Chunav 2022: हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हो गई है. इस बार के चुनाव में आम आदमी पार्टी की एंट्री से चुनावी मुकाबले के त्रिकोणीय होने की संभावना बढ़ गई है. बता दें कि पिछली बार हिमाचल प्रदेश में 9 नवंबर, 2017 को एक चरण में मतदान हुआ था और इस चुनाव में बीजेपी ने शानदार जीत हासिल करते हुए कांग्रेस को सत्ता से बेदखल कर दिया था. 2017 के चुनाव में बीजेपी को कुल 68 में से 44 सीटों पर जीत मिली थी. जबकि, कांग्रेस महज 21 सीटें जीत सकी थी. हालांकि, इस चुनाव में बीजेपी के सीएम पद के उम्मीदवार प्रेम कुमार धूमल अपनी सीट नहीं बचा सके थे.
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 के परिणाम में मंडी जिला के नाचन विधानसभा से बीजेपी प्रत्याशी विनोद कुमार ने सूबे में सबसे ज्यादा वोट लेकर रिकॉर्ड बनाया था. विनोद कुमार ने कांग्रेस के उम्मीदवार सुंदर लाल को 15,896 मतों से पराजित किया था. वहीं, दूसरी बड़ी जीत में बल्ह से बीजेपी प्रत्याशी इंद्र सिंह गांधी के नाम दर्ज हुआ, जो पहली बार 12,811 वोट से जीतकर विधायक बने. जबकि, तीसरे स्थान पर कांगड़ा जिला के बैजनाथ विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के उम्मीदवार मुलख राज प्रेमी 12,669 वोट से जीतकर विधायक बने हैं.
2017 के चुनाव में सूबे के दस बड़ी जीत में कांग्रेस का एक भी उम्मीदवार शामिल नहीं रहा था. वहीं, टॉप दस बड़ी जीतों में बीजेपी के प्रत्याशियों का वर्चस्व रहा था. वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में हिमाचल में सिर्फ 6 उम्मीदवारों ने दस हजार से अधिक मतों से जीत दर्ज की थी. उसमें 3 बीजेपी और 3 कांग्रेस के उम्मीदवार शामिल थे. वर्ष 2012 में कांग्रेस को 36 और बीजेपी को 26 सीटों मिली थी. वहीं, 6 सीटें निर्दलीय नेताओं के हाथ लगीं थी. जबकि, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया ने 2017 से पहले आखिरी बार 1993 में एक विधानसभा सीट पर जीत हासिल की थी. गौरतलब है कि 68 सीटों वाली हिमाचल प्रदेश विधानसभा में सरकार गठित करने के लिए 35 सीटों की जरूरत होती है.
2022 के चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के साथ-साथ आम आदमी पार्टी भी पूरी ताकत के साथ चुनावी मैदान में उतर रही है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, भगवंत मान सहित पार्टी के तमाम स्टार नेता हिमाचल प्रदेश का दौरा कर चुनावी कार्यक्रमों का आगाज कर चुके हैं. वहीं, बीजेपी चुनाव प्रचार अभियान में भी जहां सबसे आगे दिख रही है. हालांकि, कांग्रेस अपने अभियान का आगाज तक नहीं कर सकी है. चर्चा है कि कांग्रेस के भीतर जारी अंदरुनी कलह का फायदा बीजेपी और आम आदमी पार्टी को मिल सकता है.
2017 की बात करें तो बीजेपी को हिमाचल प्रदेश में सबसे अधिक 48.8 फीसदी और कांग्रेस को 41.7 फीसदी वोट मिल सके थे. वहीं, अन्य को महज 6.3 तथा नोटा को 0.9 फीसदी वोट मिले थे. प्रदेश में अगस्त 2017 तक हिमाचल प्रदेश में कुल 53.8 लाख रजिस्ट्रर्ड मतदाता हैं, जिसमें 27.23 लाख पुरुष और 26.44 लाख महिला मतदाता हैं.
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बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या हिमाचल प्रदेश में इस बार भी पीएम मोदी का जादू चलेगा. इस मुद्दे पर एबीपी न्यूज सी-वोटर के सर्वे में यह बात सामने आई है कि पीएम मोदी का जादू एक बार फिर हिमाचल प्रदेश की जनता पर चलेगा. जबकि, कुछ मतदाताओं ने इससे इन्कार किया है. उनका कहना है कि इस बार हिमाचल प्रदेश की सत्ता कांग्रेस की वापसी तय है और बीजेपी को हार का मुंह देखना पड़ेगा. सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 56 प्रतिशत मतदाताओं का कहना है कि पीएम मोदी फैक्टर से बीजेपी एक बार फिर हिमाचल में सरकार बनाएगी. जबकि, 44 फीसदी मतदाताओं का मानना है कि 2022 के चुनाव में कांग्रेस हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर सरकार बनाएगी.