देशभर में ग्रहण को लेकर मंदिरों में भगवान के कपाट बंद रहते हैं. हालांकि भारत में एक मंदिर ऐसा भी है, जिसके कपाट ग्रहण के दौरान भी खुले रहते हैं. जी हां, उज्जैन का महाकाल मंदिर देश का एकमात्र मंदिर है, जिसके दर्शन श्रद्धालु ग्राहण के दौरान भी कर सकते हैं. दरअसल, मंगलवार को सुर्यग्रहण के दौरान भी महाकाल मंदिर खुले रहेंगे. हांलांकि, मंदिर प्रशासन ने समय में बदलाव जरूर किया है.
विद्वानों की मानें, तो उज्जैन में विराजे भगवान शंकर को कालों का काल महाकाल कहा गया है. इसलिए ग्रहण के दौरान मंदिर का कपाट खुला रहता है. मंदिर प्रशासन ने कहा, ग्रहण के दौरान थोड़े बहुत बदलाव किए जाते हैं. उन्होंने बताया, महाकालेश्वर मंदिर में सूर्य ग्रहण के दौरान बाबा का दरबार खुला रहेगा. हालांकि पूजा के समय में थोड़ा बदलाव जरूर किए गए हैं. ग्रहण के दौरान श्रद्धालुओं को गर्भ गृह में जाने की इजाजत नहीं हैं. केवल मंदिर के पुरोहित ही गर्भ गृह में आ जा सकेंगे.
मंदिर प्रशासन के मुताबिक, ग्रहण के बाद मंदिर की साफ सफाई कराई जाती है. यहां तक की गर्भ गृह भी धोया जाता है. बता दें कि सूर्य ग्रहण आज शाम 4 बजकर 40 मिनट से शाम के 6 बजकर 30 मिनट तक रहेगा. इस दौरान मंदिर में भगवान महाकाल का पूजा-पाठ बंद रहेगे. लेकिन मंदिर का कपाट पहले की तरह खुले ही रहेंगे. मंदिर के एक पूजारी ने बताया कि 2 घंटे तक रहने वाला ग्रहण के दौरान महाकाल से प्रार्थना करेंगे. लेकिन कोई भी पूजारी शिवलिंग को स्पर्श नहीं करेंगे.
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बताते चले कि मंदिर प्रशासन ने ग्रहण के दौरान जलाभिषेक पर रोक लगा दी है. रोज की तरह शाम 5 बजे तक शिवलिंग पर जलाभिषेक किया जाता था. लेकिन सूर्य ग्रहण के कारण यह समय बदलकर शाम 4 बजे तक कर दिया है. वहीं, मंदिर में शाम के 5 बजे होने वाली पूजा के समय में भी बदलाव किया गया है, जो अब शाम के 7 बजे होंगे. वहीं, शाम के 6:30 बजे भोग आरती की जाती थी, जिसके समय में बदलाव कर शाम के 8 बजे कर दिया गया है.