Himachal Pradesh 2022 : हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियां जहां वोटरों को लुभाने मे जुट गयीं हैं. वहीं दूसरी ओर भाजपा में किचकिच शुरू हो गया है. दरअसल, प्रदेश में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) के गृह जिला मंडी में टिकटों के बंटवारे को लेकर असंतोष पैदा हो गया है.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के हिमाचल प्रदेश के चुनाव में उम्मीदवारों की घोषणा होने के बाद कई नेताओं ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने की घोषणा की है. आपको बता दें कि भाजपा ने इस बार अपने चार मौजूदा विधायकों का टिकट काट दिया है. जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर के अलावा विधायक हीरा लाल (करसोग), जवाहर ठाकुर (दरंग) और कर्नल इंदर सिंह (सरकाघाट) को टिकट भाजपा ने नहीं दिया है.
बताया जा रहा है कि जल शक्ति मंत्री की बेटी वंदना गुलेरिया भी उन असंतुष्ट नेताओं में शामिल हैं, जिन्होंने टिकट बंटवारे पर खुलकर नाराजगी जताने का काम किया है. भाजपा ने मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर के बेटे रजत ठाकुर को उनकी जगह धर्मपुर से उतारा है, जिसके बाद गुलेरिया को राज्य भारतीय महिला मोर्चा की महासचिव पद से इस्तीफा देना पड़ा है.
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जल शक्ति मंत्री की बेटी वंदना गुलेरिया ने कहा कि वह मंगलवार को अपने भाई के खिलाफ निर्दलीय के तौर पर पर्चा दाखिल करेंगी. एक सवाल के जवाब में गुलेरिया ने कहा कि उन्होंने भाजपा की महिला इकाई के महासचिव पद से इस्तीफा दिया है न कि पार्टी से. भाजपा के बागी नेता चंदर मोहन ने सरकाघाट से चुनाव लड़ने की घोषणा की है. इस बीच, भाजपा के पूर्व मंत्री और छह बार के विधायक रूप सिंह ठाकुर के बेटे अभिषेक ठाकुर ने सुंदरनगर से नामांकन दाखिल किया है.