सारण जिले के मांझी नगर पंचायत के आधा दर्जन से अधिक गांवों में फैले डायरिया का कहर शुक्रवार को भी जारी रहा. महामारी थमने का नाम नहीं ले रही हैं. अब तक मांझी नगर पंचायत के अलावा अगल-बगल गांव के लगभग तीन सौ लोग बीमार होकर सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों में अपना इलाज करा रहे हैं. मांझी सीएचसी में करीब 60 बीमारों का अबतक इलाज हुआ. वहीं बुधवार की देर रात छपरा सदर अस्पताल में भी मांझी से 10 पीड़ित एडमिट कराये गये थे. मांझी सीएचसी में ड्यूटी पर तैनात कर्मियों से मिली. मरीजों के इलाज के लिए अस्पताल प्रबंधन जरूरी दवाओं व पानी की बोतलों की कमी को देखते हुए निजी दुकानों से भी खरीददारी कर रहा है. मरीजों के इलाज में लगे चिकित्सकों ने महामारी फैलने में प्रथम दृष्ट्या पीएचइडी की टंकी से हो रही सप्लाई वाले दूषित पेयजल तथा केमिकल युक्त फास्टफूड को कारण बताया है.
मांझी नगर पंचायत में फैली डायरिया से लोग अब भयभीत होने लगे हैं. नगर पंचायत के कई लोग पीएचडी के सप्लाइ की पानी की जांच कराने की मांग कर रहे हैं. डॉक्टरों से मिली जानकारी के अनुसार दूषित पानी पीने से फैली डायरिया के बाद पानी की जांच कराने की कई पीड़ित परिवार के लोगों नें किया.
मिली जानकारी के अनुसार, 24 घंटे में डायरिया से पीड़ित 12 मरीज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुचे हैं. सभी इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा हैं. कुछ मरीजों का इलाज करने के बाद छुट्टी भी कर दिया गया हैं. 24 घंटे के अंदर इन लोगों का इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हुआ हैं. रवि राज, सुजीत कुमार, संध्या देवी, नेहा कुमारी, सुनैना देवी, संतोष कुमार, पीयूष कुमार, आशा कुमारी, सुबी कुमारी, अंशिका कुमारी तथा माही कुमार शामिल हैं.
संक्रमित इलाकों में चिकित्सकों की टीम भेजकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है. लोग इस समय साफ पानी पीये और जंकफूड खाने से परहेज करें. अब डायरिया पीड़ित मरीजों की संख्या कम होने लगी है. स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है. -डॉ रोहित कुमार, चिकित्सा पदाधिकारी, मांझी, सारण
मांझी नगर पंचायत में जल जमाव वाले इलाके में चुना तथा ब्लिचिंग पाउडर का छिड़काव किया जा रहा है. वहीं फॉगिंग भी करायी जा रही है. पाइपलाइन में लिकेज की भी जांच हो रही है. -अनिरूद्ध कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर पंचायत, मांझी