प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी धनतेरस के मौके पर मध्य प्रदेश में 4.5 लाख से अधिक लोगों को गृह प्रवेश कराने वाले हैं. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पहले ही बताया था कि 22 अक्टूबर को धनतेरस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सतना जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY-G) के 4.50 लाख लाभुकों के गृह प्रवेश में वर्चुअल तौर पर शामिल होंगे.
35 दिनों में तीसरी बार मध्य प्रदेश की जनता से रूबरू होंगे पीएम मोदी
गौरतलब है कि गत 35 दिनों में यह तीसरा मौका होगा जब प्रधानमंत्री मोदी मध्य प्रदेश की जनता से रूबरू होंगे. इससे पहले उन्होंने 17 सितंबर को श्योपुर जिले के कुनो राष्ट्रीय उद्यान में चीतों को छोड़ा था. 11 अक्टूबर को उज्जैन में महाकाल लोक परियोजना के पहले चरण का लोकार्पण किया था.
Also Read: PM नरेंद्र मोदी के एक आह्वान पर बदली ‘मिट्टी के जादूगरों’ की किस्मत, चाक ने पकड़ी दोगुनी रफ्तार
On the occasion of Dhanteras, PM Modi will participate in ‘Griha Pravesh’ of more than 4.5 lakh beneficiaries of PMAY-G in Madhya Pradesh on 22nd Oct. Around 29 Lakh houses have been completed in MP at a cost of more than Rs 35,000 Crore under the scheme: Prime Minister's Office pic.twitter.com/UBINGRy1Uj
— ANI (@ANI) October 19, 2022
मध्य प्रदेश में हर महीने तैयार हो रहे एक लाख से अधिक मकान
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश में पीएमएवाई के तहत पहले हर महीने 20 से 25 हजार मकानों का निर्माण किया जाता था, जो अब बढ़कर एक लाख मकान प्रतिमाह हो गई है. उन्होंने बताया, योजना के लिए दस हजार करोड़ रुपये की वित्तीय व्यवस्था की गई है.
मकान के निर्माण के लिए 51 हजार राजमिस्त्रियों को दी गयी थी ट्रेनिंग
एक अधिकारी ने बताया कि पीएमएवाई के तहत मकानों के निर्माण के लिए नौ हजार महिलाओं सहित 51 हजार राजमिस्त्रियों या कारीगरों को प्रशिक्षित किया गया था.
मुख्यमंत्री चौहान ने पीएम के कार्यक्रम को लेकर अधिकारियों को दिया निर्देश
मुख्यमंत्री चौहान ने पीएमएवाई के लाभार्थियों से रंगोली बनाने और दीये जलाने की अपील की. उन्होंने कहा कि जिला, ब्लॉक और ग्राम स्तर पर हर जगह विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी गृह प्रवेश कार्यक्रम के दौरान कुछ लाभार्थियों के साथ चर्चा कर सकते हैं. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा, कार्यक्रम में अधिक से अधिक ग्रामीणों को शामिल करने का प्रयास किया जाना चाहिए. इसके प्रसारण को देखने के लिए गांव के लोगों को आमंत्रित किया जाना चाहिए.