राजधानी पटना में अब डेंगू जानलेवा साबित होने लगा है. बीते एक सप्ताह से मौत का सिलसिला जारी है. इसी क्रम में मंगलवार की सुबह डेंगू से 32 वर्षीय रंजीत कुमार नाम के एक मरीज की मौत हो गयी. रंजीत का इलाज शहर के पाटलिपुत्र स्थित रूबन मेमोरियल हॉस्पिटल में बीते चार दिनों से चल रहा था. मृतक की पहचान रेलवे के डीआइजी एससीआरबी राजीव रंजन के बॉर्डीगार्ड के रूप में की गयी है. डेंगू होने के बाद परिजन रूबन हॉस्पिटल में भर्ती कराये थे जहां आईसीयू में इलाज चल रहा था.
डेंगू के बाद लगातार गिरा स्वास्थ्य
रंजीत कुमार का डेंगू होने के बाद लगातार स्वास्थ्य गिरते गया. वहीं मौत की पुष्टि करते हुए रूबन मेमोरियल हॉस्पिटल के निदेशक डॉ सत्यजीत सिंह ने कहा कि मरीज गंभीर हालत में भर्ती कराये गये थे. प्लेटलेट्स भी काफी कम था. आईसीयू में भर्ती होने के बाद विशेषज्ञ डॉक्टरों की देखरेख में इलाज चल रहा था. जहां इलाज के दौरान मौत हो गयी. यहां बता दे कि रूबन हॉस्पिटल में एक दिन पूर्व दलदली के रहने वाले कृष्ण सिंह के बेटे 9 वर्षीय आरव कुमार का भी डेंगू से मौत हो गयी थी.
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सिविल सर्जन को नहीं है जानकारी
बीते एक सप्ताह में डेंगू से यह चौथी मौत है. दो रूबन व दो मौत शहर के एनएमसीएच अस्पताल में हो चुकी है. मृतक के परिजन व अस्पताल प्रशासन ने मौत का कारण डेंगू ही बताया है. लेकिन खास बात तो यह है कि सिविल सर्जन कार्यालय की रिपोर्ट में एक भी डेंगू से मौत का आंकड़ा दर्ज नहीं किया गया है. सिविल सर्जन डॉ केके राय ने कहा कि जिन अस्पताल में डेंगू से मौत हुई है इसकी जानकारी उनको नहीं है. अगर जिले के रहने वाले किसी व्यक्ति की मौत डेंगू से होगी तो उसकी रिपोर्ट सिविल सर्जन कार्यालय के पास आती है. हालांकि आपने बताया तो मैं इस मामले की जानकारी लेता हूं.