पटना. गंगा किनारे घाटों पर आयोजित होने वाले छठ घाटों के निर्माण को लेकर प्रमंडलीय आयुक्त कुमार रवि ने सोमवार को समीक्षा बैठक की. बैठक में डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे. इस दौरान उन्होंने घाटों की भौगोलिक स्थिति व गंगा के जल स्तर में परिवर्तन को देखते हुए रणनीति के अनुसार व्यवस्था करने को कहा. कहा कि सभी सेक्टर पदाधिकारी पैदल चलकर घाटों का निरीक्षण करें. 21 सेक्टर के वरीय नोडल पदाधिकारी छठ घाटों पर लगातार कैंप करें. पूजा समितियों के साथ बेहतर समन्वय स्थापित करें व बेहतर कम्यूनिकेशन प्लान के साथ सभी पदाधिकारी मुस्तैद रहें. बैठक में आयुक्त ने 21 सेक्टर के 105 घाटों की एक-एक कर समीक्षा की और सेक्टर पदाधिकारियों से अद्यतन स्थिति का जायजा लिया.
बैठक में आयुक्त ने बताया कि सोमवार को सुबह 06.00 बजे गंगा नदी का दीघा घाट में जल स्तर 50.13 मीटर(स्थिर) व गांधी घाट में जल स्तर 48.96 मीटर (बढ़ोतरी) थी. सुबह 10.00 बजे गांधी घाट पर जल स्तर 48.95 मीटर था. गांधी घाट पर जल स्तर 01 सेंटीमीटर प्रति घंटा की दर से घट रहा है. बैठक में जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता द्वारा बताया गया कि अनुमान के अनुसार 19 अक्तूबर से गंगा का जल स्तर खतरे के निशान से नीचे आना शुरू हो जायेगा.
इस वर्ष छठ के दिन 30 अक्तूबर को गंगा का अनुमानित जल स्तर 46.0 मीटर रहने की संभावना है, जबकि पिछले वर्ष दिनांक 30 अक्तूबर, 2021 को यह 46.68 मीटर व छठ के दिन दिनांक 10 नवंबर, 2021 को 45.45 मीटर था. डीएम डॉ सिंह ने कहा कि यह एक अच्छी स्थिति हैु अभी लगभग 10 दिन का समय है. सारी तैयारी ससमय सुनिश्चित की जायेगी.
घाटों/तालाबों की सफाई की व्यवस्था, घाटों तक पहुंचने के लिए पहुंच पथ का सुदृढ़ीकरण, सफाई व पार्किंग की व्यवस्था, खतरनाक घाटों को चिह्नित कर सुरक्षा के लिए उसकी बांस से घेराबंदी, घाटों पर विद्युत व प्रकाश की व्यवस्था, महिला छठ व्रतियों के लिए चेंजिंग रूम, पेयजल/शौचालय की व्यवस्था, आपदा प्रबंधन, चिकित्सा व्यवस्था, भीड़ प्रबंधन, पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम, विधि-व्यवस्था संधारण, जेपी गंगा पथ पर जरूरी व्यवस्था, फ्लेक्स/बैनर, अग्निशमन आदि की समीक्षा की गयी.
आयुक्त ने कहा कि अंडरपास व एप्रोच पथ से पानी निकालने के लिए मोटर लगाया जाये. व्रतियों के ठहरने के लिए यात्री शेड, घाटों के बाहर वाहन पार्किंग की सुविधा रहेगी. घाटों की बैरिकेडिंग की जायेगी. घाटों पर जाने के लिए संपर्क पथ की अच्छी स्थिति सुनिश्चित की जायेगी. वाच टावर, नियंत्रण कक्ष, ध्वनि विस्तारक यंत्र एवं सीसीटीवी कैमरा लगाया जा रहा है.