तेजस्वी यादव के NMCH के अधीक्षक पर कार्रवाई का असर गया के मगध मेडिकल में भी दिख रहा है. मरीजों व उनके परिजन से यहां के डॉक्टर व अन्य कर्मचारियों का व्यवहार भी बदला-बदला नजर आ रहा है. इसके साथ ही अस्पताल में साफ-सफाई, पेयजल, शौचालय की व्यवस्था को दुरुस्त कर लिया गया है. इलाज मरीजों को आसानी से मिले इसके लिए सभी विभाग के हेड के साथ यहां के अधीक्षक लगातार बैठकों का दौर चला रहे हैं. अन्य स्तर पर तैनात कर्मचारियों को हर वक्त चुस्त-दुरुस्त रहने की हिदायत दी जा रही है.
उपमुख्यमंत्री के तेवर का फायदा यहां पहुंचने वाले मरीजों को मिल रहा है. इएनटी, ऑर्थो, गाइनो व सर्जरी में ऑपरेशन लगभग समय पर कर दिया जा रहा है. पहले की तरह ऑपरेशन का टालने की शिकायत अब अधीक्षक कार्यालय तक बहुत ही कम आने लगी है. यहां कई लोगों ने बताया कि इस तरह की कार्रवाई मंत्री अगर पहले करते, तो इसका फायदा उन लोगों को मिलता. अस्पताल सूत्रों का कहना है कि ओपीडी के विभिन्न विभागों में मरीजों की संख्या एक हजार से पार कर रही है, तो इमरजेंसी में 150 मरीज हर दिन इलाज के लिए पहुंच रहे हैं. यहां अब बेड की समस्या सामने आ रही है. इस कारण कई मरीजों का इलाज स्ट्रेचर पर ही रख कर करना पड़ रहा है.
हल करते ही सुधरने लगी व्यवस्था
मगध मेडिकल अस्पताल के अधीक्षक डॉ गोपाल कृष्ण ने बताया कि अस्पताल में हर स्तर पर व्यवस्था को दुरुस्त किया जा रहा है. विभागीय मंत्री सह उपमुख्यमंत्री के निर्देश के बाद यहां और तेजी लायी गयी है. सभी स्तर के जिम्मेदार को साफ कह दिया गया है कि अपने काम के प्रति सजग रहें. किसी तरह की लापरवाही दिखने पर कार्रवाई करने में किसी तरह कोताही नहीं बरती जायेगी. अस्पताल में इसका लाभ मरीजों को मिल रहा है.