बिहार में रविवार को मद्य निषेध सिपाही भर्ती परीक्षा आयोजित की गयी. इस दौरान करीब 1 दर्जन जिलों में 292 मुन्नाभाई धराये जो मोबाइल या ब्लूटुथ के जरिये परीक्षा पास करने के लिए सेंटर में घुसे थे. भागलपुर में 78 अभ्यर्थियों को ब्लूटूथ के साथ पकड़ा गया. वहीं पटना, गया, नालंदा और सीवान समेत अन्य जिलों में भी पकड़े गये. पूर्व में बीपीएससी परीक्षा में धांधली के बाद अब एक और लापरवाही का आरोप आयोजकों पर लगने लगा है.
बिहार में आयोजित मद्य निषेध सिपाही भर्ती परीक्षा के दौरान सैंकड़ो मुन्नाभाई धराए. इन सबके पास मोबाइल या ब्लूटूथ मिला जिसके जरिये ये गलत तरीके से सवालों का जवाब दे रहे थे. वहीं इसके पीछे एक बड़े गैंग के होने की आशंका है. भागलपुर में चेकिंग के दौरान 78 अभ्यर्थियों को ब्लूटूथ के साथ धरा गया. इन लोगों ने पुलिस को चौंकाने वाली हकीकत बताए हैं. पकड़ाए अभ्यर्थियों ने बताया कि उनसे 10 से 12 लाख रुपये की डील कुछ लोगों ने की थी और उन्होंने ही ब्लूटूथ के साथ थमाया था.
जितने अभ्यर्थी पकड़े गये उनपर शक होने के बाद ही एक्शन लिया गया. सबसे अधिक मुन्नाभाई भागलपुर में ही धराये जबकि बक्सर में भी 76 पकड़ाए हैं. मिली जानकारी के अनुसार ब्लूटूथ से उक्त लोग परीक्षा में चोरी कर रहे थे. पकड़े गये सभी अभ्यर्थियों के पास से कान में छिप जाने वाले छोटे-छोटे ब्लूटूथ डिवाइस को भी बरामद किया गया. वहीं अब कई सवाल भी परीक्षा के आयोजन को लेकर उठने लगे हैं.
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कॉलेजों के कुछ शिक्षकों का मानना है कि सेंटर पर जैमर की व्यवस्था की जाती, तो ब्लूटूथ एयर फोन काम नहीं करता. डिवाइस नहीं चलता. जैमर की व्यवस्था नहीं होने से परीक्षार्थियों ने ब्लूटूथ एयर फोन का उपयोग किया. उधर, पुलिस प्रशासन भी ब्लूटूथ एयर फोन के उपयोग किये जाने के मामले की जांच कर रही है.
एक के बाद एक 11 सेंटरों से कुल 78 अभ्यर्थियों को डिवाइस के माध्यम से मद्य निषेध सिपाही भर्ती परीक्षा में चोरी करते हुए पकड़ा गया है. राज्य में सबसे पहले भागलपुर पुलिस द्वारा इस मामले का उद्भेदन किया गया. इस तर्ज पर राज्य के अन्य जिलों में भी इस तरह की कार्रवाई की गयी है. जिन जिलों में ऐसे मामले मिले हैं उनके पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से भी संपर्क कर इस रैकेट का भंडाफोड़ किया जायेगा. भागलपुर में हुई इन गिरफ्तारियों और पूरे कांड के उद्भेदन के लिए विशेष टीम का गठन किया गया है. जल्द ही पुलिस उन लोगों को भी पकड़ लेगी जिन्होंने ये डिवाइस अभ्यर्थियों को मुहैया कराया है.
बाबू राम, एसएसपी,भागलपुर.
Published By: Thakur Shaktilochan