बिहार की राजधानी पटना से सटे बिहटा के अमनाबाद में बालू पर कब्जे को लेकर करीब दस दिन पहले दो पक्षों में गोलीबारी हुई थी. इस फायरिंग में उस वक्त मौत भी हुई लेकिन फिर भी बालू माफियाओं के बीच वर्चस्व की लड़ाई थमने का नाम नहीं ले रही है. यहां एक बार फिर से मनेर-बिहटा सीमा इलाके में अवैध बालू उत्खनन को लेकर बंदूकें गरजी हैं.
मनेर के अवैध बालू घाट चौरासी के पास एक बार फिर वर्चस्व को लेकर दो पक्षों में ताबड़तोड़ गोलीबारी हुई. हालांकि इस गोलीबारी की घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. गोलीबारी के दौरान मनेर और बिहटा की पुलिस भी इस घटना से अनजान बनी रही.
बताया जाता है कि मनेर – बिहटा थाना क्षेत्र के सीमा इलाके में अवैध बालू उत्खनन को लेकर अचानक दो पक्षों के लोग आमने सामने हो गए. जिसके बाद दोनों पक्षों के लोगों द्वारा वर्चस्व को कायम रखने और बालू घाट पर कब्जा को लेकर ताबड़तोड़ गोलीबारी की गई.
शनिवार की रात से लेकर अहले रविवार की सुबह तक लगातार गोलीबारी होते रही. जिसे लेकर सोन नदी के किनारे के गांवो के लोगों के बीच दहशत की स्थिति बनी रही. हालांकि इस खौफनाक घटना में अब तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली है.
इधर ग्रामीणों ने बताया कि प्रशासन की लाख कोशिशों के बाद भी वर्चस्व के लिए हो रही लड़ाई रुक नहीं रही है. अभी भी घाट से हथियार के बल पर बालू खनन हो रही है. साथ ही लोगों का कहना है कि एक पक्ष के द्वारा अवैध खनन के बाद बालू ढोने वाले नाविक से वसूली की जा रही थी. इस बीच पूर्व के रंगदारी वसूली करने वाले गिरोह ने अपना वर्चस्व कायम करने के लिए जमकर गोलीबारी की. जिसे लेकर फिर इलाके में दहशत बनी हुई है.