भागलपुर जिला के 15 सेंटर पर रविवार को आयोजित मद्य निषेध सिपाही भर्ती परीक्षा में ब्लूटूथ एयर फोन के साथ मौके से ही परीक्षार्थी पकड़े गये. परीक्षार्थियों ने कान से लेकर गुप्त स्थानों में ब्लूटूथ छिपा रखा था. वीक्षकों को चकमा देने के लिए सिर पर टोपी पहन रखी थी. लेकिन मुख्यालय के निर्देश के बाद जिला प्रशासन की विशेष टीम व सेंटर के वीक्षकों ने एक साथ अपने-अपने सेंटर पर परीक्षार्थियों की सघन जांच की. इसके बाद छात्रों व कुछ छात्रा के पास से ब्लूटूथ एयर फोन जब्त किया गया. मौके से ही उन लोगों की गिरफ्तारी कर ली गयी.
-
मुस्लिम डिग्री कॉलेज के केंद्राधीक्षक डॉ शाहिन अख्तर ने बताया कि परीक्षार्थियों की जांच के क्रम में कान व गुप्त स्थान पर छिपा कर रखा ब्लूटूथ मिला है. उनके सेंटर से चार परीक्षार्थी को पकड़ा गया है.
-
बीएन कॉलेज की प्राचार्या डॉ नीलू कुमारी ने बताया कि उनके सेंटर से छह परीक्षार्थी ब्लूटूथ के साथ पकड़े गये. ब्लूटूथ से धीरे-धीरे ये बात कर रहे थे.
-
उर्दू इंटर स्तरीय उच्च बालिका स्कूल असानंदपुर की प्राचार्या डॉ जीनत परवीन ने बताया कि उनके यहां से ब्लूटूथ के साथ चार परीक्षार्थी पकड़ाये. शरीर व कपड़ा में ब्लूटूथ सेट कर लाया था.
-
पीएनए कॉलेज से एक परीक्षार्थी ब्लूटूथ के साथ पकड़ाया. वीक्षकों ने कहा कि परीक्षा समाप्त होने से कुछ देर पहले एक परीक्षार्थी पकड़ाया.
-
हालांकि दूसरे परीक्षार्थी सेंटर में प्रवेश करने से पहले ही फरार हो गये. सभी सेंटर के केंद्राधीक्षकों ने संबंधित थाना में पकड़ाये परीक्षार्थी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है.
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पूछताछ के दौरान पकड़े गये कुछ अभ्यर्थियों ने भागलपुर के सैंडिस कम्पाउंड में उन्हें बुलाये जाने की बात स्वीकार की है. उन्होंने पूछताछ में पुलिस को बताया है कि परीक्षा से पूर्व सभी लोगों की बात अलग-अलग लोगों से हुई थी. इसके बाद परीक्षा के दो दिन पूर्व उन्हें कॉल आया और भागलपुर के अभ्यर्थियों को शनिवार को सैंडिस कंपाउंड में बुलाया गया था. वहां पहुंचने पर वहां तीन-चार लोग पहले से मौजूद थे, जिन्होंने उन्हें ब्लूटूथ डिवाइस देकर उसके उपयोग के तरीकों की जानकारी दी. उन्हें इस बारे में कहीं बाहर चर्चा करने पर बुरा अंजाम और उनके पेपर को रद्द कराने की धमकी दी गयी.
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भागलपुर पुलिस द्वारा की जा रही जांच में इस बात की भी जानकारी मिली है कि परीक्षा पास कराने को लेकर चल रहे इस फर्जीवाड़े में कुछ लोग परीक्षा का विज्ञापन जारी होने के बाद से ही भिड़े हुए थे. कुछ अभ्यर्थियों ने बताया कि परीक्षा पास कराने वाले रैकेट के सदस्यों ने उनसे 10 से 12 लाख रुपये की डिमांड की थी. इसका कुछ हिस्सा रैकेट के सदस्यों ने परीक्षा से पूर्व लिया था और कुछ हिस्सा परीक्षा पूर्ण हो जाने के बाद देने की बात तय हुई थी. पैसे पूरे नहीं करने पर परीक्षा का पेपर रद्द कराने की धमकी दी गयी थी.
गठित एसआइटी का नेतृत्व कर रहे सिटी एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि पकड़े गये अभ्यर्थियों के पास से एक हिडन फोन और इयरपीस डिवाइस बरामद किये गये हैं. करीब 74 अभ्यर्थियों के पास से हिडन फोन और इयरपीस बरामद किया गया है. वहीं चार अभ्यर्थी परीक्षा केंद्र के भीतर मोबाइल फोन के साथ चोरी करते पकड़े गये हैं. पकड़े गये सभी अभ्यर्थियों से छोटी-छोटी बातों पर जानकारी ली जा रही है. बरामद डिवाइस को स्पाइ जीएसएम इयरपीस डिवाइस कहा जाता है. इसका स्पीकर कान में बिल्कुल छोटे से इयरफोन की तरह होता है. वहीं डिवाइस शरीर के हिस्सों में चिपका हुआ रहता है.
मद्य निषेध सिपाही भर्ती परीक्षा के लिए जिला में 15 सेंटर बनाये गये थे. कुल 7931 परीक्षार्थियों का सेंटर बनाया गया था. जिला प्रशासन के मुताबिक 15 फीसदी परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे. परीक्षा सुबह 10 से दोपहर 12 बजे तक चली.