Indian Railway: अमृतसर से जयनगर हमसफर एक्सप्रेस (स्पेशल) ट्रेन में सफर कर रहे मरीज मनोज कुमार की सांसें उस समय अटक गयीं, जब शनिवार को ट्रेन का रूट डायवर्ट हो गया. फेफड़े का इलाज करा मनोज दिल्ली से लौट रहे थे. उनको ऑक्सीजन सिलेंडर लगा था. उन्हें मुजफ्फरपुर में उतरना था. लेकिन ट्रेन का रूट डायवर्ट होने के कारण ट्रेन लेट हो गयी. इस बीच सिलेंडर में ऑक्सीजन का लेवल धीरे-धीरे घटने लगा. ऑक्सीजन का लेवल कम होने से परिजन की चिंता बढ़ने लगी. इसी बीच, गौरव कुमार नाम के मरीज के परिचित ने तस्वीर के साथ ट्विटर पर ट्रेन के अंदर की विकट स्थिति को शेयर किया.
गौरव कुमार ने अपने ट्वीट में रेल मंत्री से लेकर रेल इंडिया को टैग कर बताया कि मरीज के सिलेंडर का ऑक्सीजन खत्म हो चुका है. सहयोग की गुहार लगायी गयी. शाम करीब 4.31 बजे पर यह पोस्ट शेयर होने के साथ ही रेलवे के वरीय पदाधिकारियों की हलचल तेज हो गयी. मरीज से संपर्क कर देर शाम सीवान में मरीज व उनके परिजनों को उतार लिया गया. साथ ही स्टेशन मास्टर की ओर से सीवान में ही मरीज को दूसरा ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करा दिया गया.
मरीज मनोज कुमार के साथ यात्रा कर रहे संबंधी नितेश ने बताया कि वे लोग मूल रूप से सीतामढ़ी के बैरगनियां के निवासी हैं. मरीज के फेफड़े की स्थिति काफी खराब है. एम्स से इलाज करा कर लौट रहे थे. मुजफ्फरपुर में ट्रेन से उतर कर निजी गाड़ी से सीतामढ़ी जाना था. उम्मीद थी कि एक सिलेंडर ऑक्सीजन में काम चल जायेगा. लेकिन रूट डायवर्ट होने के बाद ऑक्सीजन खत्म होने से स्थिति बिगड़ने लगी. लेकिन एक मददगार के ट्विट से कुछ देर में ही दृश्य बदल गया. हमलोग रेलवे के शुक्रगुजार है. सीवान में ऑक्सीजन सिलेंडर मिलने के बाद स्थिति सामान्य होने के बाद वे लोग निजी गाड़ी से सीतामढ़ी के लिए निकल गये.
रिपोर्ट: ललितांशु