भागलपुर: जिले में जिस तेजी से डेंगू के मरीज मिल रहे है, उससे कम गति से ही सही कोरोना के मामले भी सामने आ रहे हैं. ऐसे में शहर में हो रहे वायरस अटैक से निबटने के लिए खुद सतर्क होना होगा. चिकित्सक की माने तो दोनों रोग में सामान्य तौर पर कुछ अंतर है, जिसे समझने की जरूरत है. डेंगू जिस तेजी से फैल रहा है, उसमें हमें विशेष सावधानी की जरूरत है.
चिंता की यह बात है की एक सप्ताह के बाद दीपावली व काली पूजा है. काली विसर्जन में मेला लगने वाला है. ऐसे में जरा सी लापरवाही कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ा सकती है. दूसरी और कोरोना एवं डेंगू के लक्षण को लेकर परेशान होने की जरूरत नहीं है. दरअसल, सरकारी अस्पताल व निजी लैब में कोरोना जांच कराने वालों की संख्या तेजी से बढ़ी है. वजह बुखार होने के बाद ये लोग सीधे कोरोना जांच कराने के लिए पहुंच रहे है. जबकि दोनों रोग के लक्षण में अंतर है.
शहर के वरीय चिकित्सक डाॅ विनय कुमार झा कहते हैं कि डेंगू होने पर सामान्य तौर पर तेज बुखार, शरीर में दर्द, सर्दी व खांसी होती है. उल्टी होने से बीपी घटने लगता है. कहीं-कहीं शरीर में लाल दाना निकलने लगता है. प्लेटलेटस गिरने लगता है. वहीं कोरोना में बुखार के साथ साथ सर्दी व तेज खांसी होती है. सांस भी फूलने लगता है. स्वाद भी खत्म हो जाता है. एेसे में मरीज को सबसे पहले अपने शरीर का लक्षण देखना चाहिए. सीबीसी जांच करा कर शरीर का प्लेटलेटस को चेक करना चाहिए. हालांकि मरीज को किसी भी तरह का लक्षण होता है, वो तुरंत डाॅक्टर से संपर्क करे.