धनबाद: पाॅलिटेक्निक रोड स्थित वन व पर्यावरण विभाग के धनबाद रेंज कार्यालय में पिंजरे के अंदर बंदर की हुई मौत मामले में गुरुवार को पशुपालन विभाग की टीम ने सैंपल कलेक्ट किया. धनबाद रेंज कार्यालय परिसर में जिस स्थान पर बंदर के शव को दफनाया गया था, उसे निकाला गया. सैंपल कलेक्ट करने और वापस उसी स्थान पर दफन करने तक का वीडियो बनाया गया.
मौके पर पशुपालन विभाग के डॉ श्रीनिवास, डॉ सिद्दिकी एल मनाैव्वर, डॉ धर्मेंद्र वर्मा मौजूद थे. पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने बताया : धनबाद रेंजर आरके सिंह ने बंदर के अंगों का सैंपल जांच के लिए लिया. सैंपल को जांच के लिए शुक्रवार को रांची, नामकुम स्थित विधि विज्ञान केंद्र भेजा जायेगा.
बता दें कि वन विभाग के धनबाद रेंज कार्यालय में 30 सितंबर को बरवाअड्डा से बंदर को रेस्क्यू कर लाया गया था. बंदर को रेंज कार्यालय के पुराने भवन में एक पिंजरे में रखा गया था. जहां अगले दिन, एक अक्टूबर की सुबह वह मृत पाया गया. बंदर के दोनों हाथ टूटे मिले थे. उसका शव लहूलुहान स्थिति में था. मामले में वन विभाग ने प्रभारी वनपाल जसीम को सस्पेंड कर दिया है. आज के पूरा मामला उलझता जा रहा है. जिम्मेवारी तय नहीं हो पा रही है कि मामले में दोषी कौन है.
धनबाद रेंजर आरके सिंह ने कहा कि 28 सितंबर से दो अक्टूबर को मैं छुट्टी पर था. 12 सितंबर को उन्होंने वन विभाग के डीएफओ कार्यालय में छुट्टी के लिए आवेदन दिया था. 30 सितंबर को डीएफओ विमल लकड़ा ने उन्हें सूचना दी कि बरवाअड्डा से एक बंदर को रेस्क्यू करना है. उन्होंने डीएफओ के मैसेज को प्रभारी वनपाल तक फोन से दिया. कहा कि बंदर के मृत पाये जाने की सूचना मिलने पर उन्होंने डीएफओ को जानकारी दी. डीएफओ के आदेश पर ही बंदर के शव को दफनाया गया.