Muzaffarpur Nagar Nikay Chunav: मुजफ्फरपुर से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. मुजफ्फरपुर के एक प्रत्याशी द्वारा नगर निकाय चुनाव में वादा करना महंगा पड़ गया. पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी को प्रत्याशी को फोन कर चुनावी पोस्टर पर लिखे वादे को वापस लेने की बात करनी पड़ी. मेनका गांधी का फोन आते ही प्रत्याशी की बेचैनी बढ़ गयी. इलाके में चर्चा है कि मुजफ्फरपुर नगर निगम चुनाव से पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी का सीधा हस्तक्षेप हुआ है.
जानकारी के अनुसार, प्रत्याशी ने अपने घोषण पत्र में आवारा कुत्तों से लोगों को छुटकारा दिलाने का वादा किया था. इस प्रकार का वादा प्रत्याशी ने अपने घोषणा पत्र पर बीते दिनों हुई एक घटना के आधार पर किया था. प्रत्याशी का कहना था कि जीतने के बाद शहर के सभी आवारा कुत्तों को सीमा से बाहर फेंकवा देंगी. जिसके बाद पोस्टर की तस्वीर किसी ने मेनका गांधी को सोशल मीडिया पर टैग करके पोस्ट की थी.
जानकारी के अनुसार, बीते दिनों आवारा कुत्ते के नोचने से एक बच्ची की मौत हो गयी थी. इसके बाद प्रत्याशी ने इस मुद्दे को अपने घोषणापत्र में शामिल कर दिया था. प्रत्याशी नीलम सिन्हा ने घोषणापत्र में कहा था कि वे चुनाव जीतने के बाद सभी आवारा कुत्तों को पकड़ कर शहर की सीमा से बाहर फेंक देंगी. इसके बाद इसकी शिकायत किसी ने मेनका गांधी से सोशल मीडिया के माध्यम से कर दी. इसकी शिकायत बार-बार मिलने के बाद मेनका गांधी ने प्रत्याशी के पति को फोन किया और घोषणापत्र बदलने को कहा. फिलहाल प्रत्याशी पति ने उस वादे को घोषणापत्र से हटाना स्वीकार कर लिया है. घटना के बाद शहर में मेनका गांधी का हस्तक्षेप चर्चा का विषय बना हुआ है.