बिहार में डेंगू (Dengue) का कहर तेजी से बढ़ रहा है. राजधानी में डेंगू मच्छरों का डंक अब खतरनाक होता जा रहा है. हर दिन सौ से अधिक डेंगू के नए मरीज मिल रहे हैं. राज्य में करीब आधा दर्जन से अधिक लोगों की मौत अब तक हो चुकी है. इसके साथ ही प्रदेश में कई लोग डेंगू के गंभीर लक्षण को लेकर अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं. पटना में डेंगू रोगियों की संख्या बढ़कर 1280 हो गई है. वही, इस बीमारी की चपेट में आने से नवादा में दो लोगों की मौत हो चुकी है. बक्सर में भी तीन दिन पहले दो लोगों की मौत हो चुकी है. इसके साथ ही एक स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी की हालत गंभीर बतायी जा रही है. जिसका इलाज फिलहाल चल रहा है.
छपरा के एक शिक्षक की मौत बुधवार को पटना के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान हो गयी है. पटना में पिछले रविवार को पीएमसीएच में भर्ती कंकड़बाग के अशोक नगर की निवासी 68 वर्षीय प्रभा देवी की मौत डेंगू की चपेट में आने से हो गई. इसके साथ ही पटना हाईकोर्ट के एक वकील राजीव लोचन की मौत डेंगू बीमारी से हो गई. बुधवार को एनएमसीएच में डेंगू पीड़ित सालीमपुर थाना क्षेत्र के बिहटा निवासी 10 वर्ष के बच्चे की मौत हो गई है.
पटना पुलिस के बीच डेंगू का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग में थोड़ी बेचैनी बढ़ गयी है. पटना में अब तक तीन थाना प्रभारी सहित 150 से अधिक पुलिस अधिकारी व जवान डेंगू की चपेट में आ चुके हैं. बीमार पुलिस जवानों की छुट्टी पर रहने से कामकाज और अनुसंधान पर असर पड़ रहा है. पटना के जक्कनपुर, राजीव नगर और खगौल के थानाध्यक्ष डेंगू से पीड़ित हैं. वहीं, एसकेपुरी, कंकड़बाग, पीरबहोर, पत्रकार नगर व बुद्धा कॉलोनी के अलावा करीब डेढ़ दर्जन थानों पर तैनात पुलिस डेंगू से बीमार पड़ गये है. ये सभी पुलिस जवान डेंगू होने के कारण काम पर नहीं आ रहे हैं.