Varanasi: वाराणसी के दीनदयाल हस्तकला संकुल में उत्तर भारत जीआई महोत्सव (North India GI Festival) का आयोजन किया जाएगा. यह आयोजन 16 से 21 अक्टूबर तक होगा. इसके कई राज्यों के जीआई टैगिंग (GI Tagging) वाले उत्पादों का प्रदर्शन किया जाएगा. साथ ही जीआई से संबंधित सेमिनार भी इस महोत्सव में होंगे.
वाराणसी के कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने बताया कि उत्तर भारत के कई प्रदेश अपने ज्योग्राफिकल इंडिकेटर (Geographical Indicator Product) उत्पादों की प्रदर्शनी इस महोत्सव में लगाएंगे. उत्तर भारत के जीआई उत्पादों (GI Product) की प्रदर्शनी में तकनीकी शिक्षा से जुड़े छात्र-छात्राओं को जोड़ा जाएगा. दीनदयाल हस्तकला संकुल तक आने-जाने के लिये ई-बसों का संचालन किया जाएगा.
जीआई महोत्सव मिनिस्ट्री ऑफ कॉमर्स के DPIIT विभाग के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है. इसमें उत्तर भारत के 11 राज्यों के शामिल होने की संभावना है. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ हैंडलूम टेक्नोलॉजी (Institute of Handloom Technology), नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (National Institute of Fashion Technology), इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ कारपेट टेक्नोलॉजी (Institute of Carpet Technology)भदोही के छात्र-छात्राओं को भी शामिल होने का निमंत्रण दिया गया है. जिससे वह जीआई प्रोडक्ट के बारे में जान सकें.
जिला प्रशासन के अनुसार यूपी, मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार, झारखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा के 100 से अधिक जीआई प्रोडक्ट के स्टाल महोत्सव में लगेंगे. इसमें इलाहाबाद सुर्ख अमरूद, कोटा डोरिया साड़ी, मधुबनी पेंटिंग, माहेश्वरी साड़ी, संगनेर हैंड ब्लॉक प्रिंट, कन्नौज का इत्र, बनारस की गुलाबी मीनाकारी, फिरोजाबाद कांच के उत्पाद, मुरादाबाद के पीतल के उत्पाद, चंदेरी साड़ी दुपट्टा, बाघ प्रिंट मध्यप्रदेश, पंजाब फुलकारी, राजस्थानी ज्वैलरी के स्टाल लग सकते हैं.
कमिश्नर ने तकनीकी शिक्षा से जुडे़ इंस्टीट्यूट के निदेशक व प्रधानाचार्यों को 16 से 21 अक्तूबर तक होने वाले जीआई महोत्सव में छात्रों को भेजने के निर्देश दिये हैं. प्रमुख शिक्षण संस्थानों से छात्र-छात्राओं को संकुल तक लाने के लिये वाराणसी सिटी ट्रांसपोर्ट के प्रबंध निदेशक, आरटीओ, रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक को पत्र लिखा गया है.