रांची: अधिवक्ता राजीव कुमार कैश कांड में गिरफ्तार अमित अग्रवाल की अधिकांश कंपनियां कोलकाता के एक ही पते पर निबंधित हैं. रिमांड पर लेने के बाद मंगलवार को भी उनसे पूछताछ जारी रही. इडी के अधिकारी अमित अग्रवाल व उनसे संबंधित लोगों से जुड़ी कंपनियों के बीच हुए संदेहास्पद लेन-देन को लेकर पूछताछ कर रहे हैं. मंगलवार को इडी ने पू्छताछ के बाद अमित को कोतवाली थाना के हाजत में रखने के लिए भेज दिया. यह कदम सुरक्षा के दृष्टिकोण से उठाया गया है.
बुधवार को इडी पुन: अमित को पूछताछ के लिए ले जायेगी.अरोड़ा स्टूडियो के एक निदेशक अंजन बोस भी दूसरी चार कंपनियों में निदेशक हैं. इसमें जीसी एविएशन प्राइवेट लिमिटेड, यूटीसी प्रोपर्टीज प्राइवेट लिमिटेड, फिल्टर मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड और इपिक फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनियां शामिल हैं. सभी कंपनियों का अप्रत्यक्ष संबंध अमित से बताया जाता है. इसके अलावा अमितल खुद आठ अलग-अलग कंपनियों के निदेशक हैं. उनकी ज्यादातर कंपनियों का पता लेनिन सरणी, कोलकाता है.
जीसी एविएशन नामक कंपनी का गठन वर्ष 2021 में हुआ था. यूसीटी प्रोपर्टीज नामक कंपनी को जून 2005 में शुरू किया गया था. फिल्टर मैन्युफैक्चरिंग की शुरुआत मई 1990 में और इपिक फिल्म्स नामक कंपनी की शुरुआत 1994 में हुई थी. इडी के अधिकारी पूछताछ के दौरान संबंधित दस्तावेज के आधार पर इस बात का पता लगा रहे हैं कि अमित अग्रवाल की कौन-कौन सी कंपनियां मनी लाउंड्रिंग में शामिल हैं.
राजीव कुमार कैश कांड में इडी ने सोनू अग्रवाल को नोटिस जारी की है. कैश कांड में पूछताछ के लिए उसे 12 अक्तूबर को इडी के रांची स्थित कार्यालय में हाज़िर होने का निर्देश दिया गया है. इडी ने अब तक की जांच में पाया है कि अमित अग्रवाल ने सोनू अग्रवाल के माध्यम से अधिवक्ता राजीव कुमार से संपर्क किया था. राजीव को कोलकाता जाने के लिए टिकट की व्यवस्था भी सोनू अग्रवाल ने ही की थी.