पटना. लोगों को घर बैठे बैकिंग सुविधा का लाभ मिले इसके लिए डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा दिया जा रहा है. हर जिला,हर कस्वा और हर पंचायत डिजिटल हो, इस दिशा में भारतीय रिजर्व बैंक और केंद्रीय वित्त मंत्रालय प्रयास कर रहे हैं. इसके लिए पायलट प्रोजेक्ट के रूप में बिहार के तीन जिलों में डिजिटल बैंकिंग को लेकर अभियान चलाये जा रहे हैं. इसका प्रतिफल भी दिखाई देने लगा है.जहानाबाद, बिहार का पहला 100 फीसदी डिजिटल बैंकिंग वाला जिला बन गया है और जल्द ही अरवल और शेखपुरा शत प्रतिशत डिजिटल बैंकिंग वाले जिला बनने वाले हैं.
जहानाबाद जिले में कुल 1035126 सक्रिय खाताधारकों में से 1031235 के पास कम से कम एक डिजिटल बैंकिंग उत्पाद यानी इंटरनेट बैंकिंग, डेबिट कार्ड, मोबाइल बैंकिंग, यूपीआइ और दूसरी इसी तरह की सुविधाएं हैं. यह कुल सक्रिय खाता का 99.65 फीसदी है. अगर करेंट खाता की बात करें तो जिले में करीब 17944 खाता हैं, जिनमें 11887 खाताधारक इंटरनेट बैंकिंग, 4452 पोओएस या क्यूआरे कोड और 8450 मोबाइल बैंकिंग सेवा का उपयोग करते हैं.अरवल में 609662 बैंक खाते हैं,जिसमें से सक्रिए खाते हैं 552221. इसका लगभग 90.58% डिजिटल उत्पाद से जुड़े हुए हैं.जबकि शेखपुरा में अभी तक 89.18% खाते डिजिटल उत्पाद से जुड़े हैं.
केंद्र सरकार व रिजर्व बैंक ने चुना हर राज्य का एक जिला दरअसल केंद्र सरकार और रिजर्व बैंक ने देश के प्रत्येक राज्य में कम से कम एक जिला को सौ फीसदी डिजिटल बैंकिंग सेवा वाला जिला बनाने का निर्णय 2019 में लिया था. बिहार में इसके तहत जहानाबाद जिला का चयन किया गया और राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति ने सभी हिस्सेदार (स्टेकहोल्डर) के साथ रणनीति बनाकर काम किया और जहानाबादडिजिटल बैंकिंग वाला जिला घोषित किया है. वित्तीय लेन देन में डिजिटल पेमेंट सिस्टम की सबसे अच्छी बात यह आपको कैश ढोने की जरूरत नहीं होती है. कार्ड से पेट्रोल खरीदने से लेकर, रेल टिकट, और बीमा खरीदने जैसे कई तरह छूट मिलती है