Raid In Bihar: बिहार में फिर एकबार भ्रष्ट आइपीएस के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गयी है. मंगलवार को स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने पूर्णिया के एसपी दयाशंकर के सरकारी आवास समेत दर्जन भर से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की. इस दौरान करोड़ों की अवैध संपत्ति का खुलासा हुआ. केवल 6 साल की नौकरी के दौरान ही आइपीएस दया शंकर अवैध वसूली के जरिये धनकुबेर हो गये. पूर्णिया में एक थानेदार को भी वसूली के लिए उन्होंने तैनात कर रखा था.
जांच टीम जब घूसखोरी मामले की तह में गयी तो ये प्रमाण मिले कि एसपी दया शंकर ने रिश्वत का पैसा लेने के लिए थानेदार, गनर व रीडर को अलग-अलग जिम्मेदारी दे रखी थी. पूर्णिया सदर के थानेदार संजय कुमार सिंह भी एसवीयू के रडार पर चढ़े. पूर्णिया स्थित उनके किराये के मकान में छापेमारी की गयी. मंगलवार को छापेमारी के लिए एसवीयू की टीम वहां पहुंची तो खलबली मच गयी.
सदर थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह के चूनापुर रोड में शांति नगर स्थित किराए के घर में भी निगरानी टीम ने छापेमारी की. कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि तीन चार पुलिसकर्मी थानाध्यक्ष के घर के पीछे गये, जहां झाड़ियों से एक भरा हुआ बोरा बरामद कर अंदर लाया. कुछ ने बताया कि घर की छत के एक खाली पानी टंकी को भी खंगाला गया, जहां से एक बैग बरामद की गयी है. अनुमान है कि बोरी और बैग रुपये से भरे थे.
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सदर थानाध्यक्ष एसपी दयाशंकर के कितने चेहते थे इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सका है कि बीते तीन साल के दौरान सदर अनुमंडल के चार थानों में उसकी पोस्टिंग हुई. इनमें से तीन थाना शहरी क्षेत्र में पड़ता है. इसी साल मई के अंतिम सप्ताह में संजय सिंह सदर थाना के थानेदार बने थे. इससे पहले मुफस्सिल थाना, खजांची थाना और हाट थाना के थानाध्यक्ष रहे.
Posted By: Thakur Shaktilochan