Prabhat Khabar Explainer: ओडिशा के भुवनेशन स्थित कलिंगा स्टेडियम में IFA World CUP Under-17 महिला फुटबॉल मैच शुरुआत हुई. झारखंड के गुमला की बेटी अष्टम उरांव की कप्तानी में भारतीय महिला फुटबॉल टीम अमेरिका से भिड़ी. काफी संघर्ष मुकाबला के बावजूद भारतीय टीम 8-0 से हार गयी.
क्या होता है Under-17
अंडर-17 यानी 17 साल से कम उम्र के बच्चे खेलते हैं उसे अंडर-17 या फीफा अंडर-17 कहते हैं. इसके तहत 17 साल की लड़के-लड़कियों को उसके हुनर को देखा जाता है. बेहतर प्रदर्शन के आधार पर उन्हें नेशनल टीम में जगह मिलती है.
युवा फुटबॉलर्स की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं
गुमला के गोर्राटोली गांव की बेटी अष्टम उरांव आर्थिक संकट से जूझते हुए भारतीय महिला फुटबॉल टीम की कप्तान बनी है. इसके कप्तान बनने से गुमला समेत पूरा राज्य गौरवान्वित महसूस कर रहा है. अष्टम के अलावा सुधा तिर्की और सिमडेगा की पूर्णिमा कुमारी का भी चयन फीफा वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम में हुआ है. तीनों खिलाड़ियों के परिवार की स्थिति अच्छी नहीं है.
Also Read: Under-17 भारतीय फुटबॉल टीम की कप्तान अष्टम के मां-बाप कर रहे मजदूरी, नहीं मिले अब तक रुपये
अष्टम के मां-बाप करते हैं मजदूरी
कप्तान अष्टम उरांव के मां-बाप मजदूरी करते हैं. इतना ही नहीं, इनको मजदूरी का रुपया भी नहीं मिलता है. मालूम हो कि अष्टम के गांव में PCC सड़क का निर्माण हो रहा है. इसमें अष्टम के मां-बाप दोनों मजदूरी कर रहे हैं. मजदूरी का आधा पैसा ही अब तक मिला है. आधा पैसा अभी भी ठेकेदार नहीं दिया है. इधर, जिला प्रशासन ने अष्टम के गांव में स्टेडियम निर्माण की बात कही है. इसको लेकर डीपीआर तैयार किया गया है.
अष्टम और सुधा तिर्की के घर पहुंचा टीवी
भारतीय टीम की कप्तान अष्टम उरांव और फुटबॉलर सुधा तिर्की के घर प्रशासन की ओर से टीवी लगाया गया, ताकि परिजन समेत अन्य ग्रामीण मैच देख सके. वहीं, सिमडेगा की पूर्णिमा कुमारी के घर टीवी नहीं होने से परिवार के लोग मोबाइल पर ही मैच देखने को मजबूर हुए.