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Jharkhand News: धनबाद में डेंगू का बढ़ने लगा खतरा, शहर में नहीं दिखती नगर निगम की धुआं गाड़ी

धनबाद शहर में डेंगू के अलावा मलेरिया और चिकनगुनियां जैसी बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ने लगा है. इसके बावजूद शहर में इनदिनों धुआं गाड़ी नहीं दिख रही है. नगर निगम की फॉगिंग व्यवस्था हैंड स्प्रे के सहारे टिकी है. हालांकि, सहायक नगर आयुक्त ने जल्द ही शहर में फॉगिंग की गाड़ी निकालने की बातें कही है.

Jharkhand News: धनबाद शहर में मच्छर का प्रकोप बढ़ गया है. डेंगू के मरीज मिल रहे हैं. इसके बावजूद सड़कों पर मच्छर भगानेवाली धुआं गाड़ी नजर नहीं आ रही है. डेंगू के अलावा मलेरिया और चिकनगुनियां जैसी बीमारियां के फैलने का भी खतरा बढ़ गया है. दरअसल, निगम को समय-समय पर सभी 55 वार्डों में फॉगिंग करवानी है. पर, डीजल के खर्चे की वजह से समय-समय पर तो दूर, कभी-कभार भी फॉगिंग नहीं की जाती है. हालांकि, जिला प्रशासन के आला अधिकारियों के आवास एवं दफ्तरों में सप्ताह 10 दिन में धुआं की गाड़ी जरूर नजर आ जाती है. बारिश के कारण शहर में जगह-जगह जल-जमाव हो गया है. इस कारण मच्छर का प्रकोप बढ़ गया है. कोरोना के समय प्रत्येक वार्ड के लिए दो-दो हैंड स्प्रे मशीन खरीदी गयी थी. निगम की मिनी फॉगिंग मशीन की स्थिति ठीक नहीं है. लिहाजा हैंड स्प्रे के सहारे शहर में फॉगिंग की व्यवस्था चल रही है.

15 लाख आबादी पर 12 फॉगिंग मशीन

शहरी क्षेत्र में लगभग 15 लाख की आबादी है. इसपर 12 फॉगिंग मशीन है. एक बड़ी और 11 छोटी फॉगिंग मशीन है. 11 मिनी फॉगिंग मशीन में छह खराब है. खराब मशीनें हीरापुर कांपेक्टर स्टेशन में रखी गयी हैं. नगर निगम अंतर्गत 55 वार्ड हैं. धनबाद अंचल के लिए आठ छोटी एवं एक बड़ी फॉगिंग मशीन की गाड़ी है. जबकि झरिया, कतरास, सिंदरी एवं छाताटांड़ अंचल के लिए एक-एक छोटी फॉगिंग मशीन है. बड़ा वाहन लंबे अर्से से चला नहीं है. मिनी फॉगिंग मशीन पहले सप्ताह-10 दिनों में निकलती थी, लेकिन अब वह भी बंद है. यह स्थिति दूसरे अंचलों के वार्डों में भी है.

एक घंटे में आठ हजार का डीजल पीती है मशीन

नगर निगम क्षेत्र में फॉगिंग कम होने की वजह डीजल का अत्यधिक खर्च है. जंबो मशीन से लगातार एक घंटे फॉगिंग कराने पर आठ हजार का डीजल लगता है. मिनी मशीन से फॉगिंग में करीब ढाई हजार रुपये का डीजल जलता है. इसके अलावा पेट्रोल एवं केमिकल का खर्च अलग लगता है. विशेष ऑर्डर पर जंबो मशीन (बड़ी गाड़ी) भेजी जाती है.

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कोरोना में दिखी थी निगम की फॉगिंग मशीन

इस संबंध में हटिया चेंबर के अध्यक्ष मनोरंजन सिंह ने कहा कि कोरोना के समय निगम की फॉगिंग मशीन दिखी थी. इसके बाद आज तक नगर निगम की फॉगिंग गाड़ी नहीं दिखी. हीरापुर में मच्छर का प्रकोप है. डेंगू-मलेरिया का खतरा बढ़ गया है. ऐसे समय में नगर निगम को फॉगिंग कराना चाहिए. सिर्फ टैक्स लेने से काम नहीं चलेगा. टैक्स के पैसे का उपयोग भी होना चाहिए.

जल्द शहर में दिखेगी फॉगिंग मशीन : नगर आयुक्त

वहीं, सहायक नगर आयुक्त प्रकाश कुमार ने कहा कि शहर में फॉगिंग की गाड़ी निकालने का आदेश दे दिया गया है. बड़ी गाड़ी के अलावा मिनी फॉगिंग मशीन भी शहर में निकलेगी. डेंगू के मरीज मिलने की सूचना है. लिहाजा हर वार्ड के गली-मुहल्ला में फॉगिंग करायी जायेगी. फॉगिंग की कुछ नयी गाड़ी भी ली जा रही है.

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