पटना. स्वास्थ्य विभाग मातृ मृत्युदर में कमी लाने की दिशा में पहल कर रहा है. इसी उद्धेश्य को ध्यान में रखकर विभिन्न अस्पतालों में 117 ए ग्रेड नर्सों की नियुक्ति की जायेगी. इनको बेहतर प्रशिक्षण दिया जायेगा. प्रशिक्षण के लिए शनिवार को लिखित परीक्षा आयोजित की गयी है.
नर्स प्रैक्टिशनर मिडवाइफरी (एनपीएम) प्रशिक्षण के बाद सभी प्रशिक्षित ए ग्रेड नर्सें को बिना जटिलता वाली प्रसव का बेहतर प्रबंधन एवं जटिल प्रसव को उच्च स्वास्थ्य संस्थानों में रेफर करने में सक्षम होंगी. इसके अलावा प्रसव पूर्व देखभाल और प्रसव पश्चात देखभाल सहित परिवार नियोजन सेवाओं में भी इनकी मुख्य भूमिका होगी. प्रशिक्षण के बाद सभी एनपीएम प्रशिक्षित स्टाफ नर्स ग्रेड-ए की सेवाएं मिडवाइफरी लेड केयर यूनिट (एमएलसीयू) में ली जायेगी.
निदेशक प्रमुख डॉ. उषा किरण वर्मा ने बताया कि भारत सरकार के निर्देशानुसार मिडवायफरी इनीसिएयटिव कार्यक्रम के अंतर्गत आइजीआइएमएस स्थित स्टेट मिडवायफरी ट्रेनिंग इंस्टीच्यूट में तीस एनपीएम की आवश्यकता है. इसी को देखते हुए इच्छुक उम्मीदवारों से आवेदन की मांग की गयी थी. इसमें राज्य के सभी प्रकार के स्वास्थ्य संस्थानों से कुल 117 उम्मीदवारों ने आवेदन किया है. जिसकी लिखित परीक्षा शनिवार को पटना के आइजीआइएमएस स्थित कॉलेज ऑफ नर्सिंग में आयोजित होगी.