Agra News: जिले के एक अस्पताल संचालक ने स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा अस्पताल में छापा मारने की सूचना मिलते ही महिला मरीज और उसके तीमारदार को अस्पताल के बाथरूम में लॉक कर दिया. अफसरों ने जब बाथरूम का ताला खुलवाया तो वह नजारा देखकर हैरान रह गए. इसके बाद अधिकारियों ने अस्पताल में 4 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है.
आगरा में मलपुरा रोड पर बुधवार सुबह तड़के आर मधुराज हॉस्पिटल में हुए हादसे के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जिले में कई जगह अस्पतालों पर छापामार कार्रवाई शुरू कर दी. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की टीम मलपुरा स्थित रघुवंशी हॉस्पिटल में छापा मारने पहुंची, लेकिन इससे पहले ही छापे की सूचना अस्पताल संचालक को मिल गई.
जब टीम अस्पताल में पहुंची तो मुख्य द्वार को बंद किया गया था. टीम ने दरवाजा खटखटाया तो काफी देर बाद एक महिला बाहर निकली और दरवाजा खोला, जिसके बाद टीम अस्पताल के अंदर गई तो उन्हें बेड पर मेडिकल उपकरण मिले जिन्हें उन्होंने थैले में पैक कर लिया.
स्वास्थ्य विभाग की टीम जब अस्पताल के दूसरे फ्लोर पर पहुंची तो उन्हें एक बाथरूम दिखाई दिया जिसमें ताला लगा हुआ था. जिसके बाद टीम को कुछ शक हुआ तो उन्होंने ताला तुड़वाया. जैसे ही उन्होंने दरवाजा खोला तो टीम के सभी लोग नजारा देखकर हैरान रह गए. बाथरूम के अंदर एक महिला मरीज और दो तीमारदार बंद थे.
टीम ने महिला से पूछा तो जानकारी मिली कि, मरीज को प्रसव पीड़ा के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बुधवार को उसका ऑपरेशन किया गया था और उसकी नवजात की मौत हो गई थी. इसके बाद टीम के आने की सूचना मिलने पर उसे बाथरूम में दो तीमारदारों के साथ बंद कर दिया.
महिला मरीज की खराब हालत को देखकर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उसे तत्काल लेडी लॉयल हॉस्पिटल में भिजवा दिया. इसके बाद अस्पताल में मौजूद एक महिला और पुरुष को टीम अपने साथ थाने ले आई और उनके खिलाफ महिला को बंधक बनाने की तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया. डिप्टी सीएमओ डॉ पीयूष जैन के अनुसार, रघुवंशी हॉस्पिटल संचालक अजय रघुवंशी, स्टाफ पूनम सहित चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. हॉस्पिटल के बाहर लगा बोर्ड भी हटा दिया गया है.
रिपोर्ट- राघवेन्द्र गहलोत, आगरा