गांधीनगर : उत्तर प्रदेश के राम बाबू ने मंगलवार को यहां राष्ट्रीय खेलों में एथलेटिक्स प्रतियोगिता के अंतिम दिन स्वर्ण पदक जीतने के दौरान पुरुषों की 35 किमी पैदल चाल में राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया. शारीरिक शिक्षा में स्नातक राम बाबू ने दो घंटे 36 मिनट और 34 सेकेंड के समय के साथ खिताब जीता. उन्होंने दो घंटे 40 मिनट और 16 सेकेंड के राष्ट्रीय रिकॉर्ड को तोड़ा जो हरियाणा के जुनैद खान के नाम था. जुनैद मंगलवार को दो घंटे 40 मिनट और 51 सेकेंड के समय के साथ दूसरे स्थान पर रहे.
रोजी मीना पॉलराज (तमिलनाडु) और शिव सुब्रमण्यम (सेना) ने क्रमशः महिलाओं और पुरुषों की पोल वॉल्ट स्पर्धा में राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया. ट्रैक एवं फील्ड में मंगलवार को तीन और कुल पांच राष्ट्रीय रिकॉर्ड बने. अन्य दो राष्ट्रीय रिकॉर्ड भारोत्तोलन प्रतियोगिता में बने. विश्व एथलेटिक्स ने तोक्यो ओलंपिक से 50 किमी स्पर्धा को हटाने का फैसला किया जिसके बाद पिछले साल ही भारत में 35 किमी दौड़ की शुरुआत की गयी थी.
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राम बाबू ने खिताब जीतने के बाद कहा, ‘मैं अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी ऐसे प्रदर्शन को दोहराने के लिए कड़ी मेहनत करता रहूंगा.’ वह पिछले साल वारंगल में राष्ट्रीय ओपन चैंपियनशिप में पहली बार आयोजित हुई इस स्पर्धा में चैंपियन बने थे. उन्होंने दो घंटे 46 मिनट और 31 सेकेंड का समय लिया था. उन्होंने इस साल अप्रैल में रांची में राष्ट्रीय पैदल चाल चैंपियनशिप में दो घंटे 41 मिनट 30 सेकेंड का समय लिया था लेकिन जुनैद खान ने उन्हें पछाड़ते हुए दो घंटे 40 मिनट और 16 सेकेंड के समय के साथ तत्कालीन राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया था.
गुजरात की तैराक माना पटेल और असम के धावक अमलान बोरगोहेन दिन के अन्य आकर्षण रहे, जिन्होंने राष्ट्रीय खेलों के रिकॉर्ड को दो-दो बार तोड़ा. माना ने सुबह 50 मीटर फ्रीस्टाइल के शुरुआती दौर (हीट) 26.60 सेकेंड का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय निकाला. बाद में शाम को उन्होंने 200 मीटर बैकस्ट्रोक में स्वर्ण पदक जीतने के दौरान दो मिनट 19.74 सेकेंड के समय के साथ अपने ही खेलों के रिकॉर्ड में सुधार किया. घरेलू प्रशंसकों के लिए निराशा की बात यह रही कि वह 50 मीटर फ्रीस्टाइल के फाइनल में हार गयीं. अमलान ने 200 मीटर दौड़ में रिकॉर्ड दो बार तोड़ा. पहले हीट में और फिर फाइनल में.
चार धावकों ने फाइनल में 21 सेकेंड से कम का समय लिया लेकिन अमलान को पुरुषों की फर्राटा दौड़ में दोहरी सफलता हासिल करने से नहीं रोक सके. उन्होंने इससे पहले 100 मीटर का खिताब भी जीता था. अमलान ने फाइनल में 20.55 सेकेंड का समय लिया. आंध्र प्रदेश की ज्योति याराजी ने भी 100 मीटर और 100 मीटर बाधा दौड़ में दोहरी सफलता हासिल की. वह हालांकि दुर्भाग्यशाली रहीं. वह 100 मीटर बाधा दौड़ 13 सेकेंड से कम समय (12.79 सेकेंड) में पूरी करने वाली पहली भारतीय महिला बन गईं लेकिन दो मीटर प्रति सेकेंड की स्वीकार्य सीमा से अधिक रफ्तार से हवा चलने के कारण रिकॉर्ड के लिए दावा नहीं कर सकतीं. उन्हें इस साल की शुरुआत में कोझीकोड में फेडरेशन कप में भी इसी तरह की स्थिति का सामना करना पड़ा था जब उन्होंने 13.09 सेकंड का समय लिया लेकिन हवा 2.1 मीटर प्रति सेकेंड की रफ्तार से चल रही थी. हालांकि उन्होंने नीदरलैंड के शहर वुघ में हैरी शुटलिंग खेलों में 13.04 सेकेंड का राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया.
भारोत्तोलन में उत्तर प्रदेश की पूर्णिमा पांडे ने महिलाओं के 87 किग्रा से अधिक वर्ग में पीठ में जकड़न के बावजूद स्वर्ण पदक जीता. राष्ट्रमंडल खेल 2022 में छठे स्थान पर रहने वाली पूर्णिमा ने स्नैच में 95 किग्रा और क्लीन एंड जर्क में 120 किग्रा के साथ कुल 215 किग्रा वजन उठाया. महाराष्ट्र की ऋचा चोरडिया और संयुक्ता काले ने वडोदरा में समा इंडोर खेल परिसर में लयबद्ध जिम्नास्टिक में शीर्ष स्थान हासिल किया. ठाणे की संयुक्ता ने 26.05 अंकों के साथ हूप स्पर्धाओं में शीर्ष स्थान हासिल किया जबकि ऋचा ने गेंद से बेहतर प्रदर्शन करते हुए 25.30 अंक हासिल किये. महाराष्ट्र ने खो-खो में दोहरी स्वर्णिम सफलता हासिल की. महाराष्ट्र के पुरुषों ने केरल को 30-26 से हराया. महिला टीम ने इससे पहले ओडिशा को 18-16 से हराकर स्वर्ण पदक जीता. सूरत में बैडमिंटन स्पर्धाओं में शीर्ष वरीयता प्राप्त बाएं हाथ की मालविका बंसोड़ (महाराष्ट्र) ने महिला एकल के पहले दौर में उन्नति हुड्डा (हरियाणा) को 22-20, 21-13 से हराया. अपने पहले दौर के मैचों में जीत के बाद दूसरी वरीयता प्राप्त आकर्षी कश्यप (छत्तीसगढ़) और स्थानीय खिलाड़ी तसनीम मीर क्वार्टर फाइनल में आमने सामने होंगी.