Tribes India के साथ बेतिया जिला प्रशासन की थरूहट के लिए बेहतरीन प्लान बना रही है. थरूहट में थारू व आदिवासी लोगों द्वारा बनायी गयी सामग्रियों की बिक्री के लिए जिला प्रशासन ने बेहतर कार्ययोजना तैयारी की है. यहां के उत्पाद की बिक्री पूरे देश स्तर पर होगी. थरूहट की पुस्तैनी व्यवसाय को समृद्ध किया जाएगा. ताकि उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर हो सके. इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से ट्राइब्स इंडिया से बिक्री की पहल की जा रही है. यदि सब कुछ ठीक ठाक रहा, तो अलगे छह माह में यह काम शुरू हो जाएगा. इसके लिए जिला प्रशासन ट्राइब इंडिया से वार्ता अंतिम चरण में है.
डीएम कुंदन कुमार ने बताया कि देश में ट्राइब्स इंडिया के 175 आउटलेट हैं, जहां आदिवासी समुदाय के द्वारा निर्मित वस्तुओं को बाजार की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है. ताकि इन इनके द्वारा उत्पादित पारंपरिक वस्तुओं का ज्यादा से ज्यादा मूल्य मिल सके. इसके लिए कंपनी के प्रतिनिधि शीघ्र ही इस क्षेत्र का दौरा करेगी. क्षेत्र भ्रमण करने के दौरान इस बात की जानकारी ली जाएगी कि यहां किन-किन वस्तुओं का निर्माण जारी है. पारंपरिक ढंग से किए जा रहे इस निर्माण कार्य में थरूहट क्षेत्र के कितने युवा युवतियों की सहभागिता हैं. उनके द्वारा उत्पादित वस्तुओं के वैल्यू एडिशन का काम किया जायेगा.
थरूहट के थारू और आदिवासी लोग सिक्क से कई सामग्री का निर्माण करते है. इसीत तरह मूंज की डलिया व मौनी आदि बनाते हैं, लेकिन इसकी आज मांग नहीं है. इस कारण इसका उन्हें सही मूल्य भी नहीं मिल पाता है. इन चीजों का यदि मूल्य वर्द्धन हो जाय तो इसका मूल्य भी ज्यादा मिलेगा और उनकी आर्थिक स्थिति भी बेहतर होगी. रोजगार मुहैया कराने में यह क्षेत्र जिले के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होगा. इसके लिए उन्हें प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की जाएगी. रोजगार के लिए यहां के युवाओं एवं युवतियों को प्रशिक्षण देने के लिए थरूहट क्षेत्र विकास अभिकरण की भी महत्वपूर्ण भूमिका होगी. इस योजना के तहत उन्हें चयनित क्षेत्र में प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की जाएगी.