Sudhakar Singh Resignation: राजद कोटे से बिहार के कृषि मंत्री (Agriculture Minister Of Bihar) बने सुधाकर सिंह ने अपना इस्तीफा दे दिया है. उनका इस्तीफा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने मंजूर कर लिया है. सुधाकर सिंह लगातार अपने बयानों को लेकर विवादों में घिरे रहे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कैबिनेट मीटिंग से एकबार सुधाकर सिंह अचानक उठकर चले गये थे. लगातार बयानों से विवादों में घिरे सुधाकर सिंह के इस्तीफे तक की कहानी पर एक नजर…
महागठबंधन की सरकार बनने के बाद जब भाजपा एकतरफ सरकार पर हमलावर थी उसी बीच राजद नेताओं ने भी बयानबाजी शुरू कर दी. विवादित बयान सामने आने लगे तो राजद ने ऐसे बयानों पर रोक लगायी. विधायक दल की बैठक में भी नेताओं को नसीहत दी गयी थी कि वो गठबंधन के अंदर के मुद्दों पर विवादित बयानों से बचें.
कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने अंतत: अपना इस्तीफा सौंप दिया है. जिसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंजूर कर लिया है. सुधाकर सिंह मंत्री बनने के बाद अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहे. कृषि विभाग के अफसरों को लेकर उन्होंने ऐसा बयान दिया था जिससे सरकार पर ही सवाल उठने लगे थे. उन्होंने कहा था कि कृषि विभाग के अफसर चोर हैं और मैं उनका सरदार हूं.
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सुधाकर सिंह ने एक और विवादित बयान दिया था और कहा कि निगम के बीज फर्जी हैं और 200-250 करोड़ का बीज तो निगम ही खा जाता है. अपने एक बयान में सुधाकर सिंह ने कहा था कि माप-तौल विभाग केवल वसूली विभाग है और इसके अधिकारी-कर्मचारी मिले तो उसे जूते से पीटिएगा.
सुधाकर सिंह ने कृषि रोड मैप को बेकार बता दिया था और कहा कि इससे किसानों को कोई लाभ नहीं हुआ. न उनकी आमदनी बढ़ी और ना ही कृषि उत्पादन बढ़ा.सुधाकर सिंह ने बागी तेवर दिखाना जारी रखा और एक बयान में कहा कि कृषि विभाग में भ्रष्टों का जमावड़ा है. आप मेरा पुतला जलाते रहिए.
सुधाकर सिंह ने जब विवादित बयान देना शुरू किया तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसपर संज्ञान लिया. कैबिनेट की बैठक में सीएम ने कृषि विभाग को लेकर दिये बयानों पर सुधाकर सिंह से चर्चा की तो वो बैठक से ही उठकर चले गये थे. सुधाकर सिंह सीधा लालू यादव के पास गये और उन्हें अपना नेता बताया.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब कृषि विभाग की समीक्षा बैठक कर रहे थे तो उसमें मंत्री सुधाकर सिंह शामिल नहीं हुए थे.सुधाकर सिंह ने अपना इस्तीफा भी कैमूर से भेजा. उन्होंने इस्तीफा जगदानंद सिंह को भेजा और जगदानंद सिंह ने इसे तेजस्वी यादव को सौंप दिया.
Posted By: Thakur Shaktilochan