भागलपुर: सबौर थाना क्षेत्र के बड़ी धनकर बगीचे में विगत 26 सितंबर की रात अपराधियों ने गोलाघाट निवासी टोटो चालक की चाकू से गोद कर निर्मम हत्या कर दी थी. उक्त मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए घटना प्रतिवेदित होने के 48 घंटे के भीतर इसका उद्भेदन कर दिया है.
मामले में पुलिस ने हत्या में सम्मिलित दो अपराधियों सहित हत्या के बाद अपराधियों को पनाह देने और लूटे गये सामानों को छिपाने वाले एक अपराधी के पिता को भी गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने मामले में हत्या में प्रयुक्त एक चाकू और मृतक का मोबाइल फोन भी बरामद किया है. सबौर पुलिस को मिली इस सफलता के लिये थानाध्यक्ष सहित टीम में शामिल सभी पुलिस पदाधिकारियों को पुरस्कृत किया गया. पुलिस को मिली इस सफलता की जानकारी सिटी एसपी ने अपने कार्यालय में एक प्रेस वार्ता आयोजित कर दी. इसमें उद्भेदन टीम का नेतृत्व कर रहे डीएसपी विधि व्यवस्था डॉ गौरव कुमार भी शामिल थे.
सिटी एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि टोटो चालक देव कुमार सिंह के हत्या के मामले में उसकी पत्नी राधा देवी के लिखित आवेदन पर अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध डकैती के दौरान हत्या की धारा में केस दर्ज किया गया था. कांड की जांच और उद्भेदन के लिए डीएसपी विधि व्यवस्था के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया. टीम ने जांच करते हुए सबसे पहले स्टेशन चौक पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को खंगाला गया. इसमें दो लोगों को टोटो पर बैठते हुए देखा गया. उनमें से एक के पैर पर पट्टी बंधी थी.
उसके बाद टोटो जिन रास्तों से धनकर पहुंची वहां के सीसीटीवी कैमरों के ट्रेल का पीछा कर पुलिस के पास धनकर के समीप एक जिम के पास रात करीब पौने 12 बजे टोटो को 15 मिनट तक वहां खड़ा पाया गया. वहीं एक बाइक के आने के बाद टोटो को बगीचे के रास्ते ले जाया जाने लगा. जहां उसकी हत्या कर दी गयी. उक्त मामले में पुलिस ने सबसे पहले सबौर के बंसीटीकर के रहने वाले शत्रुघन पासवान को गिरफ्तार किया. उसके घर से पुलिस ने मृतक का मोबाइल बरामद किया गया. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने छोटी सरधो के रहने वाले आशीष कुमार को गिरफ्तार किया, उसके घर से घटना में प्रयुक्त पीला मुट्ठा वाला चाकू भी बरामद किया.
आशीष और शत्रुघन ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में घटना में सम्मलित खैरी शाहकुंड निवासी संतोष कुमार, छोटी सरधो निवासी मिथुन कुमार और बड़का दा का नाम लिया. साथ में यह भी बताया कि घटना के बाद वे लोग संतोष के पिता विजय मंडल के पास गये और रात भर वहीं छिपे रहे. वहीं उन्होंने लूटे गये सामान को रख दिया. इसके बाद अगले ही विजय मंडल ने लूटी गयी टोटो को मुंगेर ले जाकर बेच दिया. सिटी एसपी ने लूटपाट के दौरान निर्मम हत्या किये जाने की बात को स्थापित करते हुए बताया कि अपराधियों के मुताबिक उन लोगों की योजना केवल लूटपाट की थी. पर घटना के दौरान मृतक ने संतोष की बाइक का नंबर देख लिया था. इसके बाद संतोष के कहने पर सभी ने अपने पास रखे चाकू और छूरे से गोद कर बुरी तरह से उसकी हत्या कर दी. घटना के वक्त उन सभी ने नशीले पदार्थ का सेवन किया था. सिटी एसपी ने बताया कि घटना में शामिल अन्य अभियुक्तों को जल्द ही गिरफ्तार कर लूटी गयी टोटो सहित राशि और जेवर को भी बरामद कर लिया जायेगा.
सिटी एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि कांड के उद्भेदन और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए वरीय पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर विशेष टीम का गठन किया गया था. इसमें लोदीपुर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर राजेश कुमार झा, सबौर थानाध्यक्ष एसआइ पवन कुमार सिंह, जीरोमाइल थानाध्यक्ष एसआइ कौशल भारती, बाइपास टीओपी प्रभारी एसआइ ओमप्रकाश, सबौर थाना की एसआइ रीना कुमारी सिंह, डीआइयू शाखा के बच्चन कुमार सहित सबौर थाना के रिजर्व पुलिस बल शामिल थे. उक्त सभी लोगों को पुरस्कृत करने की अनुशंसा की जायेगी.