कांडी स्थित प्रगति नामक निजी अस्पताल के संचालक सह डॉ मुकेश कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर बुधवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया़. वह बिहार के औरंगाबाद जिले के खुदवा थाना क्षेत्र के मालवा गांव निवासी ज्ञानचंद प्रसाद का पुत्र है.
उल्लेखनीय है कि प्रगति हॉस्पिटल बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहा था़ यहां आवश्यक सुविधाओं के घोर अभाव में अन्य सहयोगी डॉक्टरों की मदद से बड़े ऑपरेशन भी कर दिये जाते थे. बीते 23 अगस्त को प्रगति हॉस्पिटल में एक गर्भवती महिला को प्रसव के लिए भर्ती कर लिया गया था़ प्रसव के दौरान डॉक्टर की लापरवाही व आवश्यक सुविधाओं की घोर अभाव के कारण नवजात बच्चे की मौत हो गयी थी.
इस अस्पताल का पूर्व में ही रजिस्ट्रेशन को निरस्त कर दिया गया था. पर बिना निबंधन के ही इस अस्पताल को चोरी-चुपके चलाया जा रहा था. उपायुक्त के निर्देश पर चिकित्सा पदाधिकारी गोविंद सेठ, प्रखंड विकास पदाधिकारी मनोज कुमार तिवारी व थाना प्रभारी फैज रब्बानी ने अस्पताल में छापेमारी अभियान चलाकर कई चीजें जब्त की थी.
साथ ही प्रगति हॉस्पिटल के संचालक, चिकित्सकों व कर्मियों के विरुद्ध कांडी थाना में 25 अगस्त को कांड संख्या 94/022, धारा 304/34 भादवि के तहत कांड दर्ज कराया था़. इसके बाद प्रगति हॉस्पिटल के संचालक को बिहार के गया के बेलागंज से गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार अभियुक्त ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है. छापेमारी दल में थाना प्रभारी फैज रब्बानी के अलावे सशस्त्र बल के जवान शामिल थे.