Shani Margi 2022: अक्टूबर महीने में शनि ग्रह मार्गी होंगे. इस दिन धनतेरस भी है. ज्योतिष शास्त्र में शनिदेव का मार्गी बेहद खास माना जा रहा है. शनि के मार्गी होने से शनि की महादशा से पीड़ित राशियों पर शनि का अशुभ प्रभाव कम हो जाएगा. वर्तमान में धनु राशि, कुंभ राशि और मकर राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है. वहीं मिथुन और तुला राशि वालों पर शनि की ढैय्या का प्रभाव है. शनि 23 अक्टूबर 2022 को मार्गी होंगे.
पंडित संजीत कुमार मिश्रा ने बताया कि शनि वक्री ज्यादा कष्टकारी होते हैं. जब-जब शनि मार्गी होते है तो शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से पीड़ित राशि वाले आर्थिक, शारीरिक और मानसिक समस्याओं का सामना करते है. लेकिन शनिदेव के मार्गी होने पर मिथुन, तुला, धनु, कुंभ और मकर राशि वालों राहत मिलेगी. इनकी चल रही खराब समय आगे ठीक हो जाएगी. अब इनकी परेशानियां काफी हद तक कम हो जाएगी.
पंचांग के अनुसार 5 जून 2022 को शनि ग्रह वक्री हुए थे. शनि के वक्री का अशुभ प्रभाव सीधा बिहार में मौसम पर पड़ा. जिसके कारण बिहार में अल्पवृष्टि हुई. प्रदेश को सूखा का सामना करना पड़ा, इसकी वजह शनि का अशुभ प्रभाव ही माना जा रहा है. शनि वक्री के बाद बिहार में मुलत: धान की खेती और हरी सब्जियों की खेती काफी प्रभावित हुआ है. वर्तमान में शनि का गोचर 23 अक्टूबर को होने जा रहा है. इसके बाद किसानों को कई तरह से लाभ होगा. जो लोग रवि की फसल की खेती करते है या दलहन की खेती करते है. उनके लिए विशेष रूप से शनि वक्री फायदेमंद होगा.
शनि गोचर कई राशि वालों को लाभ देने वाला साबित होगा. जो लोग मछली व्यापार तथा आभूषण संबंधित व्यापार कर रहे है, उनकी थोड़ी बाधित होगी. वहीं, जो लोग लोहे से संबंधित कोयला या वाहन से संबंधित कल करखाने है, उन लोगों को विशेष लाभ होगा. मिथुन राशि वालों के लिए शनि का गोचर काफी फायदेमंद होगा. वहीं, धनु, मकर, कुभ वाले लोग अगर व्यापार या खेती करते है तो उनका स्थिति मध्यम रहेगा. शनि गोचर के बाद मीन राशि वालों के लिए आने वाला समय उत्तम रहेगा. बिहार में वृषभ, मिथुन और मकर, कुंभ- मीन राशि वाले अगर तेलहन की खेती करते है, तो उनके लिए फायदेमंद रहेगा.