पश्चिम बंगाल में दुर्गापूजा के दौरान बारिश लोगों की खुशियों में खलल डाल सकता है. मौसम विभाग की मानें तो दुर्गापूजा के दौरान बारिश होने की आशंका जताई जा रही है. मौसम विज्ञानियों का मानना है कि पूजा के दौरान बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव का क्षेत्र चक्रवात का रूप ले सकता है. चक्रवात की मजबूती पर ही यह तय होगा कि पूजा के दिनों में दक्षिण बंगाल मे आपदा की स्थिति पैदा होगी या नहीं. मौसम विभाग के अनुसार सप्तमी से दक्षिण बंगाल व कोलकाता के आस पास में इलाकों में बारिश का स्तर बढ़ेगा. अष्टमी और नवमी को भी बारिश की संभावना जताई जा रही है.
‘टाइफून नोरू’ बेहद शक्तिशाली चक्रवात है. नोरू पहले ही फिलीपींस को तबाह कर चुका है. ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि लैंडफॉल के बाद नोरू ताकत खो देगा और वियतनाम, लाओस और कंबोडिया को पार कर जाएगा . वहां से यह म्यांमार के तट से सटे क्षेत्र को छूएगा और 1 अक्टूबर शनिवार तक बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवात के रूप में बना रहेगा. अलीपुर मौसम विभाग के निदेशक ने कहा कि, यह कितना मजबूत होगा यह दिशा पर निर्भर करता है. उत्तर-पूर्व की ओर सीधे बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ते हुए इसकी ताकत थोड़ी कम होगी लेकिन अगर अंडमान और बंगाल की खाड़ी से सटा हुआ आता है तो ताकत ज्यादा होगी ऐसे में इस तूफान का असर पश्चिम बंगाल में डालेगा.
केंद्रीय मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को पूर्वोत्तर और इससे सटे पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बनने का अनुमान जताया जा रहा है. मौसम विभाग इसकी गतिविधियों पर पैनी नजर रखे हुए है. मौसम विभाग पूजा के दिनों के लिए दक्षिण और उत्तर बंगाल के लिए विशेष पूर्वानुमान देगा. दुर्गा पूजा को देखते हुए चक्रवात से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए सरकार तैयार है.