Nitish Kumar और Tejashwi Yadav ने पशु चिकित्सा और मत्स्य विकास पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र मंगलवार को ज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में दिया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने बिहार के युवाओं को रोजगार देने के अपने संकल्प को दोहराया. कार्यक्रम में 283 पशु चिकित्सा पदाधिकारियों और 194 मत्स्य पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र दिया गया है. ख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का नाम लिये बिना कहा है कि दिल्ली वाले राज करना चाहते हैं, काम करना नहीं चाहते हैं. देश में भाजपा की जहां-जहां सरकार है, वहां काम नहीं हो रहा है. केवल प्रचार हो रहा है. पता नहीं कहां से पैसा आ रहा है, दिल्ली वाले न जाने क्या- क्या कहते रहे हैं. पूर्णिया रैली में अमित शाह द्वारा किये गये सियासी हमले पर पलटवार करते हुए कहा कि वे वहीं (पूर्णिया) जाकर उनको ( अमित शाह) जवाब देंगे. बतायेंगे कि वे पहले कहां थे. सीएम मंगलवार को ज्ञान भवन में पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के नियुक्त पत्र वितरण कार्यक्रम में 283 पशु चिकित्सा पदाधिकारी तथा 194 मत्स्य विकास पदाधिकारी को नियुक्ति पत्र प्रदान करने के बाद संबोधित कर रहे थे.
योजनाओं के लिये केंद्र सरकार से राज्य को पैसा और बिहार को विशेष राज्य का दर्जा न मिलने पर नाराजगी जताते हुए सीएम ने प्रधानमंत्री को कठघरे में खड़ा किया. पीएम पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार गरीब राज्य है लेकिन केंद्र सरकार पैसा नहीं दे रही है. हम खूब काम करा रहे हैं. देश के सभी पिछड़े राज्यों को विशेष राज्य का दर्जा, विशेष पैकेज मिलना चाहिए. बिहार दुनिया का सबसे पुराना स्थल है. बिहार ने ही दुनिया को आगे बढ़ाया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि चौथे कृषि रोडमैप के लिए देशभर के विशेषज्ञों से रायशुमारी ले रहे हैं. मछली-मुर्गी और बकरी पालन का उत्पादन बढ़ा. पहले यह आयात करना पड़ता था. 2007-08 में 2.79 लाख टन मछली उत्पादन था. वर्तमान में यह 7.62 लाख टन हो गया है. जल्दी ही आठ लाख टन हो जायेगा. पशु एवं मत्स्य संसाधन क्षेत्र में विकास के लिये कार्य खासकर शैक्षणिक संस्थान की स्थापना आदि की ब्यौरा दिया. कहा कि बिहार ने नहीं पशु विश्वविद्यालय को पशु विज्ञान विश्वविद्यालय नाम दिया. अब दूसरे राज्य भी हमारा अनुकरण कर नामकरण कर रहे हैं. हमारी बात को कोई नहीं भूलता है. इस क्षेत्र में महिलाओं को भी शिक्षित करने और उनकी भागीदारी बढ़ाने पर जोर दिया.
उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि नीतीश कुमार केवल मुख्यमंत्री नहीं हैं. वह हमारे सभी विभागों के भी लीडर हैं. वह हम लोगों को दिशा दिखा रहे हैं. इसी तरह हमें लीड करते रहें. हम सभी की जिम्मेदारी है कि उनके आदेश का पालन कर राज्य को आगे ले जाये. बिहार की सेवा में कोई दिक्कत न आये, इसके लिये सीएम हर क्षेत्र में काम कर रहे हैं. रोजगार -नौकरी के वादा को पूरा किया जायेगा. केंद्र सरकार पर निशाना साधा कि हम जुमला पार्टी नहीं हैं. 30 साल में पहली बार ऐसा हुआ है कि देश में 53% गरीब की आमदनी घटी है. पहले केंद्र और राज्य का योजनाओं में बजट की हिस्सेदारी 90:10 थी, अब 50:50 तक हो गया है. ऐसे में बिहार कैसे आगे बढ़ेगा. गृह मंत्री से आस थी कि वह पूर्णिया में विशेष राज्य के दर्जा की घोषणा करेंगे.
कार्यक्रम में बिहार के पशुपालन मंत्री मो आफाक आलम ने कहा कि राज्य सरकार काफी संख्या में योजना चला रही है. ऐसे में नए अधिकारी और पदाधिकारियों की बड़ी जिम्मेदारी है. आप लोग ईमानदारी से अपना काम करें ताकि सूबे के किसानों को एकसमान फायदा मिल सके. वहीं बिहार के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने नव नियुक्ति पदाधिकारियों को नसीहत देते हुए कहा कि अपने अपने प्रखंड में निवास करें. इससे लोगों को उसका फायदा होगा. आप बेहतर सेवा दे सकेंगे. किसानों की सहायता करना आपका कर्तव्य है. आप उपकार नहीं कर रहे हैं, बिचौलियों को हावी नहीं देना है.